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रेलवे लाइन विस्तार: प्रदेश के नागरिकों को सुविधा और पर्यटन को मिलेगा प्रोत्साहन

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writen & edited by : ADIL AZIZ

कटनी, 26 नवंबर।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रेलवे नेटवर्क के विस्तार को प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि रेलवे की नई मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं से आवागमन अधिक सुगम होगा, नागरिकों को बेहतर सुविधा मिलेगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह पहल प्रदेश के धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों तक बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी।

रेलवे परियोजनाओं की मंजूरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रेल मंत्रालय की तीन मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनकी कुल लागत 7,927 करोड़ रुपये है। ये परियोजनाएँ महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के सात जिलों में फैली होंगी। इसमें निम्नलिखित रेल लाइनों का विस्तार शामिल है:

  1. जलगांव-मनमाड चौथी लाइन (160 किमी)
  2. भुसावल-खंडवा तीसरी और चौथी लाइन (131 किमी)
  3. प्रयागराज (इरादतगंज)-मानिकपुर तीसरी लाइन (84 किमी)

इन परियोजनाओं के माध्यम से भारतीय रेलवे के नेटवर्क में 639 किमी की वृद्धि होगी, जिससे आवागमन के समय में कमी आएगी और कोयला परिवहन के साथ-साथ यात्री ट्रेनों के संचालन में भी सुधार होगा।

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इन रेल परियोजनाओं से धार्मिक और इको-पर्यटन स्थलों तक बेहतर पहुँच सुनिश्चित होगी। विशेष रूप से, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, खजुराहो, असीरगढ़ किला और रीवा किला जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक कनेक्टिविटी आसान हो जाएगी।
इसके अलावा, तीर्थयात्री और पर्यटक नासिक के त्र्यंबकेश्वर, वाराणसी के काशी विश्वनाथ, प्रयागराज, चित्रकूट, गया और शिरडी जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा बिना किसी परेशानी के कर पाएंगे।

पर्यावरण प्रेमियों और इतिहास प्रेमियों को लाभ

अजंता-एलोरा गुफाएँ, देवगिरी किला, यावल वन्यजीव अभयारण्य, केवटी फॉल्स और पुरवा फॉल्स जैसे स्थलों तक बेहतर पहुँच सुनिश्चित होगी। इससे न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

स्थानीय नागरिकों के लिए रोजगार के अवसर

इन परियोजनाओं के निर्माण के दौरान लगभग एक लाख मानव-दिनों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। यह पहल न केवल रेलवे नेटवर्क को मजबूत बनाएगी बल्कि स्थानीय लोगों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी बनेगी।

आधुनिक यात्री सुविधाएँ

नई रेलवे लाइनों से कोयला और अन्य माल के परिवहन में तेजी आएगी, जिससे यात्री ट्रेनों की संख्या बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे मुंबई-प्रयागराज-वाराणसी रूट पर अधिक ट्रेनों का संचालन संभव होगा, जो तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को बड़ी राहत प्रदान करेगा।

समाज पर सकारात्मक प्रभाव

मुख्यमंत्री ने कहा कि रेल परियोजनाएँ खंडवा और चित्रकूट जैसे आकांक्षी जिलों में कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी, जिससे लगभग 38 लाख की आबादी को सेवा मिलेगी। इन जिलों के 1,319 गाँव अब रेलवे नेटवर्क से बेहतर तरीके से जुड़े होंगे। यह कदम ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच संपर्क को मजबूत करेगा।

राज्य के विकास में रेलवे का योगदान

डॉ. यादव ने जोर देकर कहा कि रेलवे नेटवर्क का विस्तार न केवल आवागमन को आसान बनाएगा, बल्कि प्रदेश के समग्र विकास में भी योगदान देगा। यह पहल स्थानीय व्यापार को प्रोत्साहित करेगी और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा का विकल्प प्रदान करेगी।

परियोजनाओं के आर्थिक और सामाजिक लाभ

रेलवे की इन नई परियोजनाओं से:

  • मालगाड़ियों का यात्रा समय कम होगा।
  • कोयला और अन्य औद्योगिक उत्पादों के परिवहन में तेजी आएगी।
  • स्थानीय व्यापार और उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
  • ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी सुधरेगी।

पर्यटन से बढ़ेगा राजस्व

पर्यटन स्थलों तक बेहतर पहुँच से प्रदेश के राजस्व में वृद्धि होगी। धार्मिक स्थलों के साथ-साथ ऐतिहासिक और प्राकृतिक आकर्षणों की यात्रा करने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ने से होटल, परिवहन और स्थानीय उद्योगों को लाभ होगा।

रेलवे नेटवर्क के विस्तार से मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश के लाखों नागरिकों को सुविधा मिलेगी। यह कदम न केवल आवागमन को सुगम बनाएगा बल्कि पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की इस पहल से प्रदेश में विकास के नए द्वार खुलेंगे और यह राज्य को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।


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