राजस्व लेन-देन के ऑडियो वायरल होने पर कांटी पटवारी निलंबित: एसडीएम विजयराघवगढ़ महेश मंडलोई की कार्यवाही
written & edited by: Adil Aziz कटनी (7 अगस्त, 2024)
पटवारी का रिश्वत मांगने का ऑडियो सुनने के लिए सबसे जाकर देखे हुए सुने
- हाल ही में सोशल मीडिया पर राजस्व अभिलेख अद्यतन करने और भूमि बंटवारा के प्रकरण के एवज में लेन-देन से संबंधित एक ऑडियो वायरल हुआ। इस घटना ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है। अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) विजयराघवगढ़ महेश मंडलोई ने तत्काल इस मामले का संज्ञान लेते हुए मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम 1966 के तहत कार्यवाही की और हल्का नंबर 12 ग्राम कांटी तहसील विजयराघवगढ़ के पटवारी अभिषेक जैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
घटना की पृष्ठभूमि
इस प्रकरण का मुख्य आधार न्यायालय तहसीलदार, तहसील विजयराघवगढ़ जिला कटनी के राजस्व प्रकरण में पक्षकार लालाराम पटेल पिता कोदूलाल पटेल निवासी ग्राम हरदुआ कलॉ तहसील विजयराघवगढ़ विरूद्ध मध्यप्रदेश शासन के मामले में 10 जून 2024 को पारित आदेश है। इस आदेश में भूमि बंटवारा के एवज में लेन-देन से संबंधित एक ऑडियो रिकार्डिंग वायरल हुई थी। ऑडियो में स्पष्ट सुनाई दे रहा था कि राजस्व अभिलेख अद्यतन करने के लिए लेन-देन किया जा रहा है।
निलंबन की कार्यवाही
महेश मंडलोई द्वारा जारी कारण बताओ सूचना पत्र के जवाब का अवलोकन करने के बाद, प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर पटवारी अभिषेक जैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। निलंबन अवधि में पटवारी अभिषेक जैन का कार्यालय कानूनगो शाखा विजयराघवगढ़ नियत किया गया है और इस अवधि में उन्हें शासन निर्देशानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
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पटवारी अभिषेक जैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित |
राजस्व विभाग की साख पर सवाल
यह घटना न केवल राजस्व विभाग की साख पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भ्रष्टाचार किस हद तक फैला हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो ने इस बात को उजागर किया कि किस प्रकार से राजस्व मामलों में लेन-देन किया जाता है और इसे आम जनता के सामने लाया गया।
प्रशासन की तत्परता
एसडीएम महेश मंडलोई द्वारा तत्काल कार्यवाही करना यह दर्शाता है कि प्रशासन भ्रष्टाचार के मामलों को गंभीरता से लेता है। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशासनिक अधिकारी किसी भी प्रकार की भ्रष्ट गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे।
जनता की भूमिका
यह मामला यह भी दर्शाता है कि जनता की जागरूकता और सक्रियता कितनी महत्वपूर्ण है। अगर यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल नहीं होता, तो शायद इस भ्रष्टाचार का खुलासा नहीं हो पाता। इसलिए, जनता को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और किसी भी प्रकार की अनियमितता की सूचना प्रशासन को देनी चाहिए।
निलंबन का प्रभाव
पटवारी अभिषेक जैन का निलंबन न केवल एक व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही है, बल्कि यह एक संदेश है कि किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह घटना अन्य कर्मचारियों को भी चेतावनी देती है कि वे अपने कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी बरतें।
शासन की दिशा
मध्यप्रदेश सरकार की यह पहल कि भ्रष्टाचार के मामलों में सख्त कार्यवाही की जाए, एक सकारात्मक कदम है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सरकारी योजनाओं और अनुदानों का सही उपयोग हो और इसका लाभ सही हकदारों तक पहुंचे।
निष्कर्ष
इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन और जनता की संयुक्त जागरूकता से ही भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सकता है। एसडीएम महेश मंडलोई द्वारा की गई इस कार्यवाही ने यह सिद्ध कर दिया है कि भ्रष्टाचार को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस प्रकार की घटनाओं से सीख लेते हुए सभी कर्मचारियों को अपने कार्यों में ईमानदारी और पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और सरकारी योजनाओं का सही उपयोग हो सके।
इस घटना ने न केवल प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता दिखाई, बल्कि जनता को भी यह संदेश दिया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और किसी भी प्रकार की अनियमितता की सूचना प्रशासन को दें। केवल इसी तरह हम एक भ्रष्टाचार-मुक्त समाज की स्थापना कर सकते हैं।








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