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कटनी माइनिंग कॉन्क्लेव 2025: 56,414 करोड़ के निवेश प्रस्ताव से प्रदेश को नई उड़ान

 


✍️ Written & Edited By : ADIL AZIZ
(जनहित की बात, पत्रकारिता के साथ)
📧 Email : publicnewsviews1@gmail.com

कटनी। मध्यप्रदेश का खनन क्षेत्र शनिवार को इतिहास रचता दिखा। कटनी में आयोजित मध्यप्रदेश माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश अब तेजी से Mining State बनने की दिशा में बढ़ रहा है। इस कॉन्क्लेव से प्रदेश को 56,414 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले, जो औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के नए अवसर खोलने वाले हैं।







कटनी माइनिंग कॉन्क्लेव से मिले बड़े निवेश प्रस्ताव

सरकार के मुताबिक कॉन्क्लेव में आठ कंपनियों ने निवेश प्रस्ताव रखे। इनमें सबसे बड़ा प्रस्ताव सिंघल बिज़नेस प्रा. लि. द्वारा 15,000 करोड़ रुपए का है, जो कोल गैसीफिकेशन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में किया जाएगा। इसी तरह विनमिर रिसोर्सेस प्रा. लि. ने 850 करोड़, रामनिक पावर एंड अलॉयज़ ने 1,850 करोड़, और सायना ग्रुप ने 3,950 करोड़ रुपए निवेश का प्रस्ताव रखा है।

सिर्फ इतना ही नहीं, नीलाम किए गए 9 खनिज ब्लॉकों से 32,774 करोड़ रुपए और 2 कोल ब्लॉकों से 1,450 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा हुई।

📌 कुल निवेश प्रस्ताव : 56,414 करोड़ रुपए

कॉन्क्लेव में हुए अहम एमओयू

कार्यक्रम में तीन बड़े एमओयू साइन हुए, जो प्रदेश के खनन और औद्योगिक भविष्य को नई दिशा देंगे:

  • कोल इंडिया लिमिटेड के साथ समझौता – क्रिटिकल मिनरल की खोज, संवर्धन और प्रसंस्करण।

  • टेक्समिन आईएसएम धनबाद के साथ एमओयू – खनन क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन, रिमोट सेंसिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीक के उपयोग को लेकर।

  • भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER), भोपाल – खनिज अन्वेषण अनुसंधान के लिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये एमओयू मध्यप्रदेश को खनिज संसाधन क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ देंगे।









मुख्यमंत्री डॉ. यादव का विज़न

डॉ. यादव ने कहा कि खनिज सिर्फ उद्योग का हिस्सा नहीं बल्कि रोजगार और विकास की धुरी हैं। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा –

“दिल खोलकर मध्यप्रदेश में निवेश कीजिए। यह सही समय है और राज्य सरकार आपके साथ खड़ी है। हम आपको कभी निराश नहीं होने देंगे।”

उन्होंने यह भी कहा कि “हमारी संस्कृति शोषण की नहीं बल्कि दोहन की है – जियो और जीने दो।”

मुख्यमंत्री ने प्रदेश की इंडस्ट्री-फ्रेंडली नीतियों पर जोर देते हुए बताया कि अब उद्योग स्थापित करने के लिए 29 अनुमतियों को घटाकर सिर्फ 10 कर दिया गया है। साथ ही महिलाओं को नाइट शिफ्ट में काम करने की अनुमति देकर उद्योगों को और लचीला वातावरण दिया गया है।

कटनी – खनिजों की पहचान

डॉ. यादव ने कहा कि कटनी खनिजों के लिए जाना जाता है। पन्ना में हीरे मिलते हैं और कटनी में भी सोने की संभावना है। प्रदेश में मेजर, माइनर और क्रिटिकल मिनरल्स की भरपूर संभावनाएं हैं।

उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश में शीघ्र ही एयर कार्गो की सुविधा उपलब्ध होगी और दो नए मेट्रोपोलिटन सिटी भी बनने जा रहे हैं।

भविष्य की दिशा

सरकार ने संकेत दिया कि 27 अगस्त को उज्जैन में Spiritual Conclave और 31 अगस्त को ग्वालियर में Tourism Conclave होगी। इन आयोजनों का उद्देश्य क्षेत्रवार विकास को गति देना है।

डॉ. यादव ने कहा –

“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम मध्यप्रदेश को नंबर वन राज्य बनाएंगे। जब भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा, तब प्रदेश भी नई ऊँचाइयों पर होगा।”

निवेशकों के अनुभव

कॉन्क्लेव में शामिल देश-विदेश के निवेशकों ने कहा कि मध्यप्रदेश की नीतियां सरल और पारदर्शी हैं।

  • कोलकाता के राजीव मुंद्रा, श्रीलंका के जेपी अग्रवाल, दिल्ली के विवेक भाटिया, कोचीन के वी.साईंराम और हैदराबाद के थॉमस चेरियन ने वर्चुअल संवाद में कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में यहाँ उद्योग लगाना आसान है।

  • सीआईआई से जुड़ी 100 से अधिक माइनिंग कंपनियां प्रदेश में निवेश करने की इच्छुक हैं।

  • उद्योगपतियों ने कहा कि प्रदेश में Forest Clearance भी रिकॉर्ड समय यानी सिर्फ 55 दिनों में मिल रहा है।

प्रभारी मंत्री और सांसद का बयान

  • प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश को कृषि आधारित पहचान से निकालकर औद्योगिक गति प्रदान की है।

  • सांसद वी.डी. शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती रत्नगर्भा है और कटनी का यह कॉन्क्लेव विकास में मील का पत्थर साबित होगा।

विशेषज्ञों का दृष्टिकोण

खनिज संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने बताया कि प्रदेश में सोना, हीरा, तांबा, लाइमस्टोन सहित 30 से अधिक क्रिटिकल मिनरल्स मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि –

“देश के दिल मध्यप्रदेश आइए, यहां आपको सोना और हीरे के साथ और भी बहुत कुछ मिलेगा।”

वहीं, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश में 1 लाख एकड़ से अधिक लैंड बैंक है और 20% बिजली ग्रीन एनर्जी से आती है।

सार

कटनी माइनिंग कॉन्क्लेव ने यह साबित कर दिया है कि मध्यप्रदेश निवेश के लिए तेजी से पसंदीदा गंतव्य बन रहा है। 56,414 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव न केवल उद्योगपतियों के भरोसे को दर्शाते हैं बल्कि यह भी बताते हैं कि आने वाला समय प्रदेश की अर्थव्यवस्था और युवाओं के लिए स्वर्णिम होगा।


✍️ Written & Edited By : ADIL AZIZ
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