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अब डायल-100 की जगह संभालेगी डायल-112, एक नंबर पर सभी आपात सेवाएं , डायल-100 की विदाई, डायल-112 की एंट्री —क्या तेजी से मिलेगी मदद



मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे डायल-112 का फ्लैग ऑफ

कटनी (13 अगस्त) – मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा राज्य की आपातकालीन सेवाओं को एकीकृत, स्मार्ट और नागरिक-मैत्री स्वरूप देने के लिए डायल-112 सेवा का शुभारंभ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 14 अगस्त को दोपहर 12:20 बजे कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर, भोपाल में इस सेवा का फ्लैग ऑफ करेंगे। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा भी मौजूद रहेंगे।




डायल-100 से डायल-112 तक की यात्रा

मध्यप्रदेश में डायल-100 वर्ष 2015 में देश की पहली केंद्रीकृत पुलिस आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवा के रूप में शुरू हुई थी। इसने आपात स्थितियों में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों तक तेजी से सहायता पहुंचाने का नया मानक स्थापित किया।
अब, बदलती जरूरतों और बहु-एजेंसी समन्वय की मांग को देखते हुए, डायल-112 को और उन्नत बनाया गया है, जिसमें एक नंबर से कई सेवाओं का लाभ मिलेगा।


एक नंबर, कई सेवाएं

डायल-112 से अब ये सभी सेवाएं जुड़ जाएंगी:

  • पुलिस सहायता – 100

  • स्वास्थ्य/एम्बुलेंस – 108

  • अग्निशमन – 101

  • महिला हेल्पलाइन – 1090

  • साइबर क्राइम – 1930

  • रेल मदद – 139

  • हाईवे एक्सीडेंट रिस्पॉन्स – 1099

  • प्राकृतिक आपदा – 1079

  • महिला एवं बाल हेल्पलाइन – 181, 1098


डायल-112 की नई तकनीकी विशेषताएं

  1. 100 एजेंट क्षमता वाला नया कॉन्टैक्ट सेंटर और 40 सीटों का डिस्पैच यूनिट।

  2. SIP आधारित ट्रंक लाइन पर माइग्रेशन, ताकि कॉल एक्सेस सुगम हो।

  3. बिज़नेस इंटेलिजेंस और MIS रिपोर्टिंग के उन्नत टूल।

  4. नंबर मास्किंग से गोपनीयता और नागरिक सुरक्षा।

  5. समग्र फ्लीट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर से FRV का बेहतर प्रबंधन।

  6. चैटबॉट और नॉन-वॉयस माध्यमों से संवाद व शिकायत ट्रैकिंग।

  7. नागरिक और पुलिस अधिकारियों के लिए विशेष मोबाइल ऐप

  8. HRMS सॉफ्टवेयर और बायोमेट्रिक उपस्थिति।

  9. पारदर्शिता के लिए डैशबोर्ड कैमरा और बॉडी वॉर्न कैमरा


डायल-100 की उपलब्धियां (2015 – जून 2025)

  • कुल कॉल प्राप्त – 8,99,04,390

  • कार्यवाही योग्य कॉल – 2,07,91,177

  • मदद पहुंचाई गई – 1,97,02,536

  • वरिष्ठ नागरिकों को सहायता – 2,23,288

  • महिला सुरक्षा हेतु प्रतिक्रिया – 19,71,396

  • नवजात शिशुओं का बचाव – 1,300

  • सड़क दुर्घटनाओं में मदद – 12,48,621

  • लापता बच्चों की खोज – 27,112

  • आत्महत्या व अवसाद मामलों में हस्तक्षेप – 2,64,347


नागरिकों के लिए बड़ा बदलाव

डायल-112 सिर्फ आपातकालीन सहायता का नंबर नहीं रहेगा, बल्कि यह एक स्मार्ट और प्रेडिक्टिव सुरक्षा प्रणाली बनेगा। रीयल-टाइम लोकेशन ट्रैकिंग, डेटा एनालिटिक्स और IoT तकनीक के साथ यह न सिर्फ घटनाओं पर प्रतिक्रिया देगा, बल्कि खतरों का अनुमान लगाकर उन्हें रोकने में भी मदद करेगा।


जनसुरक्षा का भविष्य

इस नई व्यवस्था से पुलिस, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी सभी सेवाएं एक नंबर के तहत मिलेंगी। इससे प्रतिक्रिया समय घटेगा, पारदर्शिता बढ़ेगी और नागरिकों में सुरक्षा का भरोसा मजबूत होगा।


Written & Edited By : ADIL AZIZ
(जनहित की बात, पत्रकारिता के साथ)
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