विद्यालय का निरीक्षण: छात्रों के सर्वांगीण विकास की दिशा में निगमाध्यक्ष मनीष पाठक का कदम
✍️ लेखक एवं संपादक: आदिल अज़ीज़
कटनी, 15 जुलाई 2025:
नगर निगम कटनी के निगमाध्यक्ष मनीष पाठक ने नगर निगम द्वारा संचालित के.सी.एस. उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण कर छात्र-छात्राओं की शिक्षा, सुविधा और सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर पार्षद अवकाश जायसवाल और विद्यालय स्टाफ की उपस्थिति में विद्यालय भवन, कोचिंग कक्ष, रंगमंच व अन्य बुनियादी सुविधाओं का गहन अवलोकन किया गया।
विद्यालय: ज्ञान और चरित्र निर्माण की नींव
विद्यालय किसी भी समाज की नींव होता है। यही वह स्थान है जहाँ बच्चों के अंदर ज्ञान, कौशल, सामाजिक व्यवहार, नैतिक मूल्य और आत्मविश्वास का निर्माण होता है। मनीष पाठक ने निरीक्षण के दौरान कहा कि – "विद्यार्थी जीवन एक ऐसा चरण होता है जहाँ केवल पाठ्यक्रम की पढ़ाई नहीं बल्कि बच्चों के व्यक्तित्व विकास, नैतिकता और सामाजिकता की नींव रखी जाती है।" उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को अध्ययन के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
समय-समय पर रखरखाव ज़रूरी: विद्यालय भवन में सुधार के निर्देश
निरीक्षण के दौरान निगमाध्यक्ष ने विद्यालय भवन की स्थिति का जायजा लेते हुए कहा कि –
"शौचालय, पेयजल, विद्युत, छत, सीलन, फर्श और रंग-रोगन जैसे कार्यों का समय-समय पर मेंटेनेंस जरूरी है, ताकि विद्यार्थियों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिल सके।"
उन्होंने संबंधित उपयंत्री संजय मिश्रा को निर्देशित किया कि आवश्यक मरम्मत कार्य प्राथमिकता के आधार पर किए जाएं।
निगमाध्यक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि विद्यालय परिसर की दैनिक सफाई और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। बच्चों के शैक्षिक विकास में उनका वातावरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और हम सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें हर सुविधा उपलब्ध हो।
भारत निर्माण कोचिंग कक्ष: छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की तैयारी
निरीक्षण के दौरान भारत निर्माण कोचिंग भवन का भी निरीक्षण किया गया, जो के.सी.एस. विद्यालय परिसर में संचालित है। निगमाध्यक्ष ने इस कोचिंग सेंटर में चल रहे सुविधाओं के विस्तार कार्यों की समीक्षा की और कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा –
"यह कोचिंग सेंटर विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण में एक सहायक कदम है। गुणवत्तापूर्ण कोचिंग सुविधाएं विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाने में सहायक होंगी।"
रंगमंच: रचनात्मकता और आत्मविश्वास का मंच
निरीक्षण का विशेष फोकस विद्यालय परिसर में बने रंगमंच पर भी रहा। मनीष पाठक ने कहा –
"रंगमंच विद्यार्थियों की रचनात्मकता, संवाद कौशल और आत्मविश्वास को निखारने में सहायक होता है। इससे उनमें सामाजिक जागरूकता और टीम वर्क की भावना भी विकसित होती है।"
रंगमंच की स्थिति का मूल्यांकन करते हुए उन्होंने संबंधित विभाग को निर्देश दिए कि रंगमंच की मरम्मत और सुव्यवस्था शीघ्र कराई जाए। साथ ही बारिश और गर्मी के दौरान कार्यक्रमों के संचालन में छात्राओं को असुविधा न हो इसके लिए रंगमंच के सामने डोम (टेंट) की व्यवस्था करने को कहा गया।
विद्यालय विकास में सामूहिक सहयोग जरूरी
निरीक्षण के दौरान विद्यालय की प्राचार्या रूप भास्कर समेत अन्य शिक्षकगण, उपयंत्री संजय मिश्रा, और पार्षद अवकाश जायसवाल भी मौजूद रहे। सभी ने विद्यालय की जरूरतों और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की।
मनीष पाठक ने आश्वासन दिया कि नगर निगम छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव प्रयास करेगा और स्कूल की जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने कहा –
"विद्यार्थी देश का भविष्य हैं। उनकी प्रतिभा, शिक्षा और सामाजिकता ही देश को नई दिशा देने का सामर्थ्य रखती है। हमें मिलकर ऐसा वातावरण देना होगा जहाँ बच्चे न केवल पढ़ें, बल्कि अपनी सोच, विचार, नेतृत्व क्षमता और नैतिक मूल्यों को भी विकसित करें।"
शिक्षा के मंदिर में गुणवत्तापूर्ण सुविधा की आवश्यकता
के.सी.एस. विद्यालय का निरीक्षण न केवल एक औपचारिक कार्यक्रम था, बल्कि यह एक संदेश भी था – कि बच्चों की शिक्षा, सुविधा और भावी निर्माण के लिए बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
निरीक्षण से यह स्पष्ट हो गया कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि, शिक्षा को लेकर गंभीर हैं और विद्यालय को एक आदर्श केंद्र बनाने के लिए तत्पर हैं।
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✍️ लेखक एवं संपादक: आदिल अज़ीज़
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