मोहर्रम पर्व: कटनी में कानून और शांति व्यवस्था हेतु प्रशासनिक तैयारियां
लेखक एवं संपादक: आदिल अज़ीज़
कटनी (27 जून) – मोहर्रम का पवित्र पर्व शुरू होने को है, और इस अवसर पर प्रशासन ने जिले में कानून और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। यह पर्व शुक्रवार, 27 जून से शुरू होकर 6 जुलाई तक या 28 जून से 7 जुलाई तक (चांद दिखने के अनुसार) मनाया जाएगा। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने इस आयोजन के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारियां तय कर दी हैं।
जिले में अधिकारियों की ड्यूटी
मोहर्रम पर्व के दौरान शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यपालिक दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। इसका नेतृत्व प्रदीप मिश्रा, अनुविभागीय दंडाधिकारी, करेंगे। उनके साथ बी. के. मिश्रा, तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, सह प्रभारी के रूप में कार्य करेंगे।
प्रमुख अधिकारियों की जिम्मेदारियां:
शहर के जुलूस कार्यक्रमों की व्यवस्था:
राकेश अहिरवार, अधीक्षक एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, भू-अभिलेख कार्यालय
अजीत तिवारी, तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, तहसील कटनी (ग्रामीण)
आकाशदीप नामदेव, अतिरिक्त तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट
मस्जिद, कब्रिस्तान और करबला जैसे स्थानों पर सुरक्षा:
अतुलेश सिंह, नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, तहसील कटनी (नगर)
रामटेके हर्षवर्धन, सहायक अधीक्षक एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, भू-अभिलेख कार्यालय
गौरव पाण्डेय, तहसीलदार एवं कार्यपालिक मजिस्ट्रेट, नजूल कार्यालय
प्रशासन की रणनीति
प्रशासन ने हर संभव कदम उठाने का निर्णय लिया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। पूरे कार्यक्रम की जिम्मेदारी प्रदीप कुमार मिश्रा के पास होगी। आवश्यकता पड़ने पर अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी।
समय-समय पर रिपोर्टिंग:
मिश्रा को शांति व्यवस्था की स्थिति की जानकारी समय-समय पर देने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा की जिम्मेदारी नगर पुलिस अधीक्षक पर होगी।
अतिरिक्त सुरक्षा उपाय
अन्य सुरक्षा उपायों में संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान और वहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती शामिल है।
निरंतर निगरानी: सभी अनुविभागीय अधिकारी अपने क्षेत्रों में निगरानी बनाए रखेंगे।
स्थानीय समुदाय से संवाद: प्रशासन ने स्थानीय समुदायों से संवाद स्थापित करने और उन्हें सहयोग के लिए प्रेरित करने का भी निर्णय लिया है।
विशेष बल तैनाती: संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष बल तैनात किए जाएंगे।
नागरिकों के लिए अपील
प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार की अफवाह से बचें। यदि कोई समस्या होती है, तो तुरंत स्थानीय प्रशासन या पुलिस से संपर्क करें।
क्यों महत्वपूर्ण है मोहर्रम?
मोहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना है और इसे शोक और इबादत के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान ताजिया जुलूस, मस्जिदों में दुआएं और करबला में शहीद हुए हज़रत इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद किया जाता है।
सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक:
मोहर्रम न केवल धार्मिक बल्कि सांप्रदायिक सौहार्द का भी प्रतीक है। कटनी जैसे बहुसांस्कृतिक शहर में इसे मिल-जुलकर मनाने की परंपरा रही है।
प्रशासन की चुनौतियां
भीड़ प्रबंधन: जुलूसों और धार्मिक स्थलों पर भारी भीड़ होती है, जिससे व्यवस्था बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता है।
अफवाहों पर नियंत्रण: सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों को रोकने के लिए प्रशासन सतर्क है।
यातायात प्रबंधन: जुलूसों के दौरान शहर में यातायात व्यवस्था को बनाए रखना।
उपाय और सुझाव
प्रशासन को चाहिए कि वह संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों का उपयोग करे।
जुलूस के दौरान प्राथमिक चिकित्सा और आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
लोगों को जागरूक करने के लिए स्थानीय रेडियो और सोशल मीडिया का उपयोग किया जा सकता है।
कटनी जिले में मोहर्रम के दौरान कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने व्यापक और प्रभावी कदम उठाए हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी कार्यक्रम बिना किसी बाधा के संपन्न हों, अधिकारियों और नागरिकों को एकजुट होकर काम करना होगा। प्रशासन की सतर्कता और जनता का सहयोग इस पर्व को सफल और शांतिपूर्ण बनाने में सहायक होगा।
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