मैहर शारदा माता मंदिर में श्रद्धालुओं ने अपनाया शॉर्टकट, प्रशासन के लिए बढ़ी चुनौती , पहाड़ी रास्तों से बढ़ा खतरा
written & edited by : ADIL AZIZ
भीड़ बढ़ी तो श्रद्धालुओं ने अपनाया शॉर्टकट
मैहर शारदा माता मंदिर में नवरात्रि और अन्य धार्मिक अवसरों पर लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। इस बार भी भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि कई श्रद्धालुओं ने प्रशासन द्वारा निर्धारित रास्तों को छोड़कर शॉर्टकट अपनाना शुरू कर दिया।
पहाड़ी रास्तों से बढ़ा खतरा
मंदिर तक पहुँचने के लिए रोपवे और सीढ़ियाँ उपलब्ध हैं, लेकिन अत्यधिक भीड़ होने के कारण कई लोगों ने पहाड़ों के कठिन और जोखिम भरे रास्तों से चढ़ाई शुरू कर दी। प्रशासन की बार-बार चेतावनी के बावजूद लोग अपनी सुविधा के लिए खतरनाक रास्तों से मंदिर की ओर बढ़ते रहे।
सुरक्षा मानकों की अनदेखी
शॉर्टकट अपनाने से कई सुरक्षा खतरे उत्पन्न हो सकते हैं। पहाड़ी रास्तों पर फिसलने का खतरा अधिक होता है, जिससे दुर्घटनाएँ हो सकती हैं। इसके अलावा, अनियमित मार्गों पर आपातकालीन सेवाएँ जल्दी नहीं पहुँच सकतीं, जिससे किसी भी दुर्घटना के समय स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
प्रशासन की बड़ी जिम्मेदारी
स्थानीय प्रशासन की यह बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि वह श्रद्धालुओं को सही मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित करे। साथ ही, ऐसे शॉर्टकट रास्तों को प्रतिबंधित करने के लिए उचित सुरक्षा प्रबंध किए जाएं। इसके लिए सख्त निगरानी, चेतावनी बोर्ड और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती आवश्यक है।
जागरूकता अभियान की जरूरत
श्रद्धालुओं को सुरक्षित मार्ग अपनाने के लिए जागरूक करना आवश्यक है। प्रशासन को सोशल मीडिया, स्थानीय समाचार पत्रों और अन्य संचार माध्यमों के जरिए श्रद्धालुओं को यह समझाने की जरूरत है कि शॉर्टकट अपनाना उनके जीवन के लिए घातक हो सकता है।
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