धान की खरीदी: 21 लाख मीट्रिक टन से अधिक की खरीदी, समर्थन मूल्य पर जारी प्रक्रिया
written & edited by : ADIL AZIZ
26 दिसंबर, कटनी:
मध्य प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर धान की खरीदी प्रक्रिया पूरे जोरों पर है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने जानकारी दी कि अब तक 21 लाख 22 हजार 901 मीट्रिक टन धान खरीदा जा चुका है। यह खरीदी 3 लाख 22 हजार 89 किसानों से की गई है। प्रदेश में धान खरीदी के लिए कुल 1,393 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं, जहां किसानों से सीधे धान खरीदा जा रहा है।
धान खरीदी का यह अभियान 20 जनवरी 2025 तक चलेगा। इस वर्ष धान की समर्थन मूल्य दरें धान कॉमन के लिए ₹2300 प्रति क्विंटल और धान ग्रेड-ए के लिए ₹2320 प्रति क्विंटल तय की गई हैं।
प्रमुख जिलों में धान खरीदी का विवरण
प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अब तक धान की खरीदी का विवरण इस प्रकार है:
- पन्ना: 58,454 मीट्रिक टन
- दमोह: 39,670 मीट्रिक टन
- सागर: 7,459 मीट्रिक टन
- शहडोल: 1,01,043 मीट्रिक टन
- अनूपपुर: 46,208 मीट्रिक टन
- उमरिया: 62,732 मीट्रिक टन
- रीवा: 2,17,077 मीट्रिक टन
- सतना: 2,35,687 मीट्रिक टन
- सिंगरौली: 80,259 मीट्रिक टन
- सीधी: 60,754 मीट्रिक टन
- मऊगंज: 54,919 मीट्रिक टन
- मैहर: 79,120 मीट्रिक टन
धान उपार्जन की प्रक्रिया और उसकी खासियत
धान की खरीदी के लिए राज्य सरकार ने व्यापक व्यवस्था की है। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके, इसके लिए 1,393 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर खरीदी की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और डिजिटल है, जिससे किसानों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
सरकार ने किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य दिलाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। किसानों से सीधे उपज खरीदकर उन्हें मध्यस्थों से बचाया जा रहा है। इससे प्रदेश में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिल रहा है और किसान भी संतुष्ट हैं।
धान खरीदी का विस्तृत जिला-वार आँकड़ा
नीचे जिला-वार खरीदी का विस्तृत विवरण दिया गया है:
- सीहोर: 13,100 मीट्रिक टन
- रायसेन: 17,536 मीट्रिक टन
- विदिशा: 676 मीट्रिक टन
- नर्मदापुरम: 78,046 मीट्रिक टन
- बैतूल: 20,725 मीट्रिक टन
- हरदा: 349 मीट्रिक टन
- कटनी: 2,21,154 मीट्रिक टन
- बालाघाट: 2,75,776 मीट्रिक टन
- मंडला: 1,09,759 मीट्रिक टन
- नरसिंहपुर: 45,363 मीट्रिक टन
- सिवनी: 1,13,095 मीट्रिक टन
- जबलपुर: 1,60,922 मीट्रिक टन
- डिंडोरी: 17,699 मीट्रिक टन
- छिंदवाड़ा: 4,719 मीट्रिक टन
- भिंड: 398 मीट्रिक टन
- शिवपुरी: 138 मीट्रिक टन
- अलीराजपुर: 47 मीट्रिक टन
- झाबुआ: 17 मीट्रिक टन
सरकार की पहल और किसानों की प्रतिक्रिया
धान खरीदी में सरकार की सक्रियता और पारदर्शिता ने किसानों में भरोसा बढ़ाया है। कटनी जिले के एक किसान ने बताया, "उपार्जन केंद्रों पर सही समय पर भुगतान मिल रहा है। MSP से हमें हमारी फसल का सही मूल्य मिल रहा है, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।"
सरकार के इस कदम से कृषि क्षेत्र को नई दिशा मिल रही है। धान उत्पादन करने वाले किसानों को न केवल अपनी फसल का उचित मूल्य मिल रहा है, बल्कि उनकी मेहनत को भी सराहा जा रहा है।
अंतिम तारीख और सरकार की अपील
धान खरीदी की अंतिम तारीख 20 जनवरी 2025 निर्धारित की गई है। सरकार ने सभी किसानों से अपील की है कि वे समय पर अपने निकटतम उपार्जन केंद्र पर जाकर अपनी उपज बेचें।
मध्य प्रदेश में धान खरीदी का यह अभियान किसानों के जीवन को बेहतर बनाने और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सरकार की ओर से की जा रही पारदर्शी और समयबद्ध प्रक्रिया ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाई है।
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