Public Breaking

कटनी के दिव्यांग शुभम ने फगवाड़ा में आयोजित पैरा ताइक्वांडो ओपन नेशनल चौंपियनशिप में जीता रजत पदक

देश के खेल क्षितिज में कटनी का किया नाम रोशन

कटनी जिले के तेवरी निवासी दिव्यांग शुभम विश्वकर्मा ने फगवाड़ा, पंजाब में आयोजित तृतीय पैरा ताइक्वांडो ओपन नेशनल चौंपियनशिप में रजत पदक जीतकर अपने जिले और प्रदेश का नाम देश के खेल मानचित्र पर उभार दिया है। शुभम की यह उपलब्धि उनके कठिन संघर्ष और आत्मबल का प्रमाण है, जो सीमित साधनों के बावजूद उन्होंने हासिल की है। इस सफलता में परिवार, स्थानीय समाज और जिला प्रशासन के सहयोग की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।




चौंपियनशिप का आयोजन और शुभम का सफर

फगवाड़ा में 9 से 10 नवम्बर 2024 तक आयोजित इस चौंपियनशिप में देशभर के दिव्यांग खिलाड़ियों ने भाग लिया। शुभम ने पी-52 श्रेणी में भाग लिया और रजत पदक जीतकर कटनी जिले को गौरवान्वित किया। शुभम का यह सफर आसान नहीं था; प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए उन्हें कई बाधाओं का सामना करना पड़ा। आर्थिक अभाव के कारण शुभम के लिए यात्रा करना और प्रतियोगिता में भाग लेना मुश्किल था, लेकिन जिला सामाजिक न्याय विभाग और स्थानीय समाज ने उनका सहयोग किया।

आर्थिक चुनौतियाँ और समाज की मदद

शुभम के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे प्रतियोगिता में भाग लेने की उम्मीद छोड़ चुके थे। लेकिन जिला सामाजिक न्याय विभाग के उपसंचालक नयन सिंह ने उनकी मदद की और फगवाड़ा तक की ट्रेन यात्रा का टिकट मुहैया करवाया। इसके अलावा, जनसहयोग से धनराशि एकत्रित की गई, जिससे शुभम की यात्रा और प्रतियोगिता की अन्य आवश्यकताओं को पूरा किया जा सका।

शुभम की दिव्यांगता और खेल के प्रति जुनून

शुभम 80 प्रतिशत अस्थिबाधित दिव्यांग हैं, लेकिन उनके भीतर खेलों के प्रति गहरा जुनून है। इस कठिनाई के बावजूद, उन्होंने अपने सपनों को साकार करने का संकल्प लिया है। जुलाई 2024 में सामाजिक न्याय विभाग के प्रयासों से शुभम को स्पोर्ट्स व्हीलचेयर प्रदान की गई, जिसने उनके खेल कौशल को नए आयाम दिए। इस व्हीलचेयर की मदद से शुभम पहले भी मेहसाणा, गुजरात में आयोजित मध्यप्रदेश व्हीलचेयर क्रिकेट प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

खेल में योगदान और भविष्य की उम्मीदें

शुभम की इस उपलब्धि ने कटनी जिले में दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत प्रदान किया है। खेल के प्रति उनके समर्पण ने साबित कर दिया है कि दृढ़ इच्छाशक्ति और समाज के सहयोग से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

समाज और सरकार का समर्थन

जिला प्रशासन और सामाजिक न्याय विभाग के सहयोग के कारण शुभम जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। सरकार की ओर से दिए गए समर्थन से दिव्यांग खिलाड़ियों को अपने सपनों को साकार करने में सहायता मिलती है, जिससे वे अपनी प्रतिभा को एक नई पहचान दे पाते हैं।

शुभम की कहानी हमें यह सिखाती है कि सच्ची लगन, मेहनत और समाज का सहयोग किसी भी कठिनाई को परास्त कर सकता है। यह सफलता न केवल शुभम की व्यक्तिगत जीत है, बल्कि कटनी जिले के लिए भी गौरव का क्षण है। उनके इस योगदान से निश्चित ही और भी दिव्यांग खिलाड़ी प्रेरित होंगे और अपने-अपने क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।

 #Katni #ParaTaekwondo #DivyangAthlete #NationalChampionship #Sports

कोई टिप्पणी नहीं