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कटनी के लीड शासकीय तिलक कॉलेज को बनाया जाए ऑटोनोमस: एनएसयूआई ने हस्ताक्षर अभियान से की शुरुआत

 written & edited by : ADIL AZIZ 

कटनी।
कटनी जिले के प्रतिष्ठित शासकीय तिलक महाविद्यालय को ऑटोनोमस घोषित किए जाने की माँग तेज हो गई है। इस संबंध में मध्य प्रदेश एनएसयूआई के प्रदेश सचिव अजय खटिक ने हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की, जिसमें छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। इस अभियान के माध्यम से छात्रों की प्रमुख समस्याओं को हल करने की दिशा में ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया गया।






ऑटोनॉमस बनने की जरूरत क्यों?

एनएसयूआई और छात्रों ने इस बात पर जोर दिया कि कॉलेज के छोटे-छोटे कामों के लिए रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर का रुख करना पड़ता है। इससे छात्रों और प्रबंधन का समय और पैसा दोनों बर्बाद होता है। यदि कॉलेज को ऑटोनोमस का दर्जा मिल जाता है, तो कई समस्याओं का समाधान हो सकता है।

ऑटोनोमस कॉलेज बनने के बाद:

  • यूनिफाइड सिलेबस की शुरुआत हो सकेगी।
  • समय पर परीक्षाएँ और परिणाम घोषित किए जा सकेंगे।
  • व्यावहारिक और नौकरीपरक कोर्स शुरू किए जा सकेंगे।
  • जिले के अन्य कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को भी समस्याओं से राहत मिलेगी।

छात्रों की भागीदारी और नेतृत्व

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया। इसमें मुख्य रूप से एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष और युंका अध्यक्ष अंशु मिश्रा एवं एनएसयूआई अध्यक्ष शुभम मिश्रा की उपस्थिति ने कार्यक्रम को मजबूती प्रदान की।

छात्रों ने अपनी समस्याओं और उम्मीदों को साझा करते हुए बताया कि तिलक कॉलेज को ऑटोनोमस बनाने से उनके शैक्षणिक अनुभव में बड़ा सुधार होगा।

कार्यक्रम की प्रमुख बातें

हस्ताक्षर अभियान के दौरान कांग्रेस और एनएसयूआई के प्रमुख नेताओं ने छात्रों के हितों को प्राथमिकता देने का वादा किया। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कमल पांडे, सचिन गर्ग, हरीश यादव, और राजीव पटेल जैसे नेताओं ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को समर्थन दिया।

इस अवसर पर प्रिंस वंशकार, सौरभ पांडे, प्रज्वल साहू, रंजीत सिंह, अहम सिद्धगी, अनुराग पटेल, सत्यम द्विवेदी, पूजा सोनी, श्रद्धा विश्वकर्मा, श्रृष्टि सेन, वीरेंद्र सिंह, अमित पटेल, और हिमांशु दाहिया जैसे कई छात्रों ने सक्रिय भागीदारी की।

एनएसयूआई की भविष्य की योजना

एनएसयूआई ने घोषणा की है कि यह अभियान चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ेगा। संगठन ने जोर दिया कि छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए ऑटोनोमस का दर्जा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

एनएसयूआई के प्रयासों की सराहना करते हुए छात्रों ने इसे सकारात्मक पहल करार दिया। इस मुहिम से न केवल कटनी जिले के छात्रों को फायदा होगा, बल्कि यह अन्य जिलों के छात्रों के लिए भी प्रेरणा बनेगा।

कटनी का शैक्षणिक भविष्य

कटनी जिले का तिलक कॉलेज अपने शैक्षणिक इतिहास और छात्रों की संख्या के मामले में अग्रणी रहा है। ऑटोनोमस का दर्जा मिलने से यह कॉलेज न केवल अपनी शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार करेगा, बल्कि छात्रों को वैश्विक मानकों के अनुरूप शिक्षा प्रदान कर सकेगा।

शासकीय तिलक महाविद्यालय को ऑटोनोमस बनाना छात्रों और प्रबंधन दोनों के लिए लाभकारी होगा। इस कदम से शिक्षा प्रणाली में सुधार होगा और छात्रों के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे। एनएसयूआई का हस्ताक्षर अभियान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और उम्मीद है कि प्रशासन इसे जल्द ही संज्ञान में लेगा।



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