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कलेक्टर यादव ने महानदी पुल पर लापरवाही के लिए अधिकारियों पर कसा शिकंजा

 




written & edited by : ADIL AZIZ

कटनी (20 नवंबर):
कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने बरही-मैहर मार्ग के महानदी पुल पर सुरक्षा अवरोध (बेरीकेट्स) की जगह गड्ढा खुदवाकर अवरोध बनाने वाले कार्यपालन यंत्री विनोद कुमार ओझा और अनुविभागीय अधिकारी मोहन श्याम वशिष्ट के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हेतु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव को प्रस्ताव भेजा है। यह कदम वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना और सुरक्षा में लापरवाही के कारण उठाया गया है।


 पुल पर यातायात प्रतिबंध

महानदी पुल, जो बरही-मैहर मार्ग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, दिसंबर 2022 से क्षतिग्रस्त होने के कारण आवागमन के लिए बंद है। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने पुल पर बैरिकेट्स लगाकर यातायात रोक दिया था। हालांकि, हाल ही में बैरिकेट्स के क्षतिग्रस्त होने पर उनकी जगह गड्ढा खोदकर अवरोध बनाया गया, जो जनहानि और कानून व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा साबित हुआ।

Not Actual Bridge




कलेक्टर की सख्ती

कलेक्टर यादव ने इस गंभीर लापरवाही पर अधिकारियों को बार-बार निर्देश दिए, लेकिन उनके आदेशों की अनदेखी की गई।

  • 11 और 16 नवंबर 2024 को निर्देश:
    अनुविभागीय अधिकारी महेश मंडलोई ने पत्र जारी कर नई बैरिकेटिंग बनाने को कहा था।
  • 17 नवंबर को स्थल निरीक्षण:
    एसडीएम विजयराघवगढ़ ने निरीक्षण के बाद पाया कि गड्ढा खोदकर अवरोध बनाया गया है, जो अस्वीकार्य है।
    • उन्होंने तत्काल गड्ढा बंद कर बैरिकेट्स लगाने का निर्देश दिया।
    • अधिकारियों को मोबाइल और व्हाट्सएप के माध्यम से भी स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया गया।

इसके बावजूद, निर्देशों का पालन नहीं किया गया, जिसके कारण 18 नवंबर को एक मोटरसाइकिल सवार गड्ढे में गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया।


कार्यवाही का प्रस्ताव

कलेक्टर ने इस लापरवाही को मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन मानते हुए, दोनों अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा।

  • लापरवाही के आरोप:
    • वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश की अवहेलना।
    • पदीय दायित्वों के प्रति उदासीनता।
    • जान-माल की सुरक्षा में खतरा।

महानदी पुल की वर्तमान स्थिति

पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से में बैलेंस वेंटीलेटर स्लैब, एक्सपैंशन जॉइंट, और बैलेंस कंटीलीवर स्लैब में दरारें पाई गई थीं। दिसंबर 2022 में प्रशासन ने इसे वाहनों के लिए बंद कर दिया था।

  • सुरक्षा उपाय:
    प्रारंभ में बैरिकेट्स लगाए गए थे।
    • बाद में गड्ढा खोदने का विकल्प अपनाया गया, जो पूरी तरह से असुरक्षित और अव्यवस्थित साबित हुआ।

स्थानीय जनता का आक्रोश

गड्ढा खुदाई के कारण आवागमन बाधित होने और दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं से स्थानीय जनता में आक्रोश है।

  • स्थानीय निवासियों की मांग:
    • सुरक्षित और स्थायी अवरोध।
    • लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई।
    • कलेक्टर यादव का यह कदम प्रशासनिक अनुशासन और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। महानदी पुल पर सुरक्षा उपायों को जल्द से जल्द दुरुस्त करना और जिम्मेदार अधिकारियों को जवाबदेह ठहराना आवश्यक है।


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