चिकित्सा क्षेत्र में मध्यप्रदेश की बन रही है नई पहचान : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
written & edited by : ADIL AZIZ
- प्रत्येक जिले में खुलेगा मेडिकल कॉलेज
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देंगे प्रदेश को कई सौगातें
- नई मेडिकल सुविधाओं से स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
मध्यप्रदेश का स्वास्थ्य क्षेत्र दिन-ब-दिन मजबूत हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य में चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे व्यापक सुधारों के कारण, मध्यप्रदेश एक नई पहचान बना रहा है। सोमवार, 29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के कई जिलों में नए मेडिकल कॉलेजों का वर्चुअल लोकार्पण करेंगे, जिसमें नीमच, मंदसौर और सिवनी जैसे जिले शामिल हैं। इन नए संस्थानों के माध्यम से मेडिकल शिक्षा में सुधार होगा और स्वास्थ्य सेवाएं आम लोगों तक अधिक सुगमता से पहुँचेंगी।
चिकित्सा क्षेत्र में नई योजनाएँ और भविष्य की योजनाएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिस तेजी से राज्य में चिकित्सा सुविधाओं का विकास किया जा रहा है, उससे अगले कुछ वर्षों में हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना संभव हो सकेगी। इसके तहत आने वाले दो सालों में 25,000 नए पदों को भरने की योजना तैयार की गई है, जिससे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार और सुदृढ़ीकरण किया जा सकेगा।
मेडिकल टूरिज्म का बढ़ावा
मध्यप्रदेश सरकार मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 200 से 250 एकड़ क्षेत्र में एक मेडिकल पार्क विकसित करने की योजना बना रही है। इस पार्क में विभिन्न सुपर स्पेशलिटी सेवाओं को एक ही स्थान पर उपलब्ध करवाया जाएगा। मेडिकल पार्क के माध्यम से विभिन्न बीमारियों का आधुनिक और सुविधाजनक उपचार संभव होगा, जिससे राज्य को स्वास्थ्य पर्यटन के क्षेत्र में पहचान मिलेगी।
ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों के लिए विशेष योजनाएं
प्रदेश के कुल 346 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को उन्नत करते हुए 'फर्स्ट रेफरल यूनिट' (एफ.आर.यू) का दर्जा दिया जाएगा, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा। इसके अलावा, जनजातीय बहुल जिलों में सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार का उद्देश्य है कि सिकल सेल एनीमिया से ग्रस्त प्रत्येक व्यक्ति को सही समय पर उपचार मिले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सौगातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश के 81 लाख किसानों के खातों में 1,624 करोड़ रुपये की राशि अंतरित करेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री 512 नए आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों को नियुक्ति-पत्र भी वितरित करेंगे। इससे न केवल आयुर्वेदिक चिकित्सा में सुधार होगा बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
आपातकालीन सेवाओं के लिए हवाई सेवा
गंभीर रोगियों के लिए राज्य सरकार ने एक नई पहल की है, जिसमें पीएमश्री एयर एम्बुलेंस सेवा के अंतर्गत अत्यंत गंभीर रूप से बीमार और दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को एयरलिफ्ट कर समय पर उपचार उपलब्ध करवाने की सुविधा दी जाएगी। इस सेवा के तहत हेलीकॉप्टरों में स्ट्रेचर और पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की गई है, जिससे आपातकालीन स्थिति में मरीजों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाना सुनिश्चित होगा।
चिकित्सा शिक्षा और लोक स्वास्थ्य विभाग का विलय
चिकित्सा शिक्षा विभाग और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विलय से शासन में सुशासन और कार्यदक्षता का उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। इससे राज्य की चिकित्सा सेवाओं में सामंजस्य स्थापित होगा और नागरिकों को एकीकृत स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।
आयुष्मान भारत योजना का विस्तार
आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश में 4 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड वितरित किए जा चुके हैं, जिससे लाखों नागरिकों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है। आयुष्मान भारत योजना के विस्तार से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को बड़ा सहारा मिला है।
मध्यप्रदेश की सरकार राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े सुधार कर रही है। नई चिकित्सा योजनाओं से लेकर हवाई सेवाओं तक, सभी प्रयास राज्य की चिकित्सा प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का मानना है कि इन प्रयासों से मध्यप्रदेश आने वाले समय में चिकित्सा के क्षेत्र में एक प्रमुख राज्य के रूप में उभरेगा।
Madhya Pradesh, medical colleges, healthcare, Dr. Mohan Yadav, Prime Minister Narendra Modi, Ayushman Bharat, medical tourism, healthcare facilities, medical education, air ambulance
कोई टिप्पणी नहीं