जिले में अब तक 916.3 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज: गत वर्ष की तुलना में 131.8 मिलीमीटर अधिक वर्षा
written & edited by : ADIL AZIZ
कटनी (2 सितंबर) - जिले में इस वर्ष मानसून ने अपनी पूरी ताकत दिखाई है। 1 जून 2024 से लेकर सोमवार, 2 सितंबर 2024 प्रातः तक, जिले में कुल 916.3 मिलीमीटर अर्थात 36.07 इंच औसत वर्षा दर्ज की गई है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की इसी अवधि में दर्ज हुई 784.5 मिलीमीटर अर्थात 30.89 इंच औसत वर्षा से 131.8 मिलीमीटर अधिक है।
मानसून के आगमन से कटनी जिले में उमड़ी हरियाली
कटनी जिले में इस वर्ष मानसून के आगमन से लेकर अब तक अच्छी खासी बारिश हुई है। जिले में हरे-भरे खेत, लहराते धान के पौधे और पानी से लबालब भरे तालाब इस बात के संकेत हैं कि किसानों के चेहरे पर इस बार की बारिश ने मुस्कान ला दी है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार अधिक बारिश हुई है, जिससे फसलों की पैदावार में बढ़ोतरी की संभावना है।
तहसीलवार बारिश का ब्योरा
अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जिले में अलग-अलग तहसीलों में इस मानसून सीजन में हुई वर्षा का ब्यौरा इस प्रकार है:
कटनी तहसील: कटनी में अब तक 1081.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जोकि जिले के औसत से अधिक है। यह दर्शाता है कि जिले की इस तहसील में इस साल बारिश ने अच्छी खासी दस्तक दी है।
रीठी तहसील: रीठी में कुल 1000.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। यहां के किसानों ने मानसून की इस मेहरबानी का स्वागत किया है और फसलों की बेहतर पैदावार की उम्मीद की जा रही है।
बड़वारा तहसील: बड़वारा में अब तक 897.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। यह आंकड़ा भी जिले के औसत के करीब है और यहां के किसान भी खुश हैं।
बरही तहसील: बरही में 774.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। यहां पिछले साल की तुलना में बारिश कम हुई है, लेकिन फिर भी यह फसलों के लिए पर्याप्त है।
विजयराघवगढ़ तहसील: विजयराघवगढ़ में 688.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जोकि जिले में सबसे कम है। यहां के किसानों को थोड़ा सतर्क रहना पड़ेगा ताकि फसलों को नुकसान से बचाया जा सके।
बहोरीबंद तहसील: बहोरीबंद में 619.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जो भी जिले के औसत से कम है। यहां के किसानों को भी अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
स्लीमनाबाद तहसील: स्लीमनाबाद में 1079.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। यह आंकड़ा जिले में उच्च वर्षा वाले क्षेत्रों में से एक है, जिससे यहां की फसलों को बेहतर लाभ होने की उम्मीद है।
ढीमरखेड़ा तहसील: ढीमरखेड़ा में अब तक 1184.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है, जोकि जिले में सबसे अधिक है। यहां की हरियाली और भरपूर जल संसाधन इस वर्ष की अच्छी बारिश का प्रमाण हैं।
वर्षा के कारण जिले में फसलों की स्थिति
इस बार की अच्छी बारिश से जिले के अधिकांश क्षेत्रों में धान, मक्का, और अन्य खरीफ फसलों की स्थिति संतोषजनक है। किसानों ने समय पर बुवाई की है और इस बार की बारिश ने उनकी मेहनत को सफल बनाया है। हालांकि, कुछ इलाकों में जहां कम बारिश हुई है, वहां के किसान थोड़ी चिंता में हैं, लेकिन अब तक की स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि जिले में फसल उत्पादन की दृष्टि से यह वर्ष लाभकारी साबित हो सकता है।
आवश्यकता से अधिक वर्षा के संभावित खतरे
हालांकि, इस वर्ष की अधिक बारिश किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है, लेकिन इसके साथ ही कुछ इलाकों में जलभराव और नदियों के किनारे बसे गांवों में बाढ़ की संभावनाओं को भी नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। प्रशासन को इस दिशा में सतर्क रहना होगा और किसानों को समय-समय पर जरूरी सलाह और सहायता प्रदान करनी होगी।
भविष्य में बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, सितंबर महीने में भी जिले में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। किसानों को इस दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है, खासकर उन इलाकों में जहां अब तक अधिक बारिश हुई है। फसल कटाई के समय अधिक बारिश से नुकसान हो सकता है, इसलिए समय रहते फसल की सुरक्षा के उपाय करना जरूरी है।
निष्कर्ष
कटनी जिले में इस वर्ष की अच्छी बारिश ने किसानों के लिए आशा की नई किरण जगाई है। पिछले वर्ष की तुलना में अधिक बारिश ने फसलों की स्थिति को बेहतर बनाया है और जलस्तर में वृद्धि हुई है। हालांकि, कुछ इलाकों में कम बारिश ने चिंता बढ़ाई है, लेकिन समग्र रूप से जिले की कृषि और जल संसाधनों के लिए यह मानसून लाभकारी साबित हुआ है।
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