कटनी जिले के किसानों के लिए राहत: नीम कोटेड यूरिया खाद की नई खेप पहुंची
written and edited by : Adil Aziz अगस्त 19, 2024
कटनी (19 अगस्त 2024) - कटनी जिले के किसानों के लिए खरीफ फसलों के इस महत्वपूर्ण समय में एक बड़ी राहत की खबर आई है। किसानों के लिए बेहद जरूरी नीम कोटेड यूरिया खाद की एक और रैक जिले में पहुंच चुकी है। इस रैक के आने से जिले में यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो गई है, जिससे अब किसानों को उर्वरक की कोई कमी नहीं होगी और वे अपने खेतों में समय पर खाद डालकर अच्छी फसल की उम्मीद कर सकते हैं।
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नीम कोटेड यूरिया की रैक झुकेही रैक पाइंट पर पहुंची
कटनी जिले के लिए 682 मीट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया की रैक सोमवार को झुकेही रैक पाइंट पर लग गई है। यहां से इस यूरिया को जिले के विभिन्न हिस्सों में वितरण के लिए ले जाया जा रहा है। किसानों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए इस रैक का पहुंचना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे अपनी फसलों की अच्छी पैदावार के लिए उर्वरक की कमी महसूस नहीं करेंगे।
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कलेक्टर के प्रयासों का असर
कलेक्टर दिलीप कुमार यादव द्वारा किसानों के हित में की जा रही सतत कोशिशों का यह परिणाम है कि जिले में यूरिया की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकी है। कलेक्टर यादव ने पहले ही कृषि, सहकारिता, मप्र विपणन संघ और एमपी एग्रो के अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे किसानों को खाद और बीज की पर्याप्त आपूर्ति के लिए समय-सीमा में कार्य करें। इस निर्देश का पालन करते हुए ही यह रैक जिले में समय पर पहुंची है।
खाद का वितरण: किसानों की जरूरतों के अनुसार
उपसंचालक कृषि ने जानकारी दी कि इस रैक से प्राप्त नीम कोटेड यूरिया का वितरण जिले के विभिन्न हिस्सों में किया जाएगा। कटनी डबल लाक केंद्र के लिए 300 मीट्रिक टन, बहोरीबंद डबल लाक केंद्र के लिए 300 मीट्रिक टन, सीएमएस मार्केटिंग सोसायटी कृषि उपज मंडी कटनी को 32 मीट्रिक टन, और सीएमएस मार्केटिंग सोसायटी उमरियापान ढीमरखेड़ा को 25 मीट्रिक टन एवं एमपी एग्रो को 25 मीट्रिक टन यूरिया आवंटित किया जाएगा। इससे जिले के किसानों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार खाद उपलब्ध हो सकेगी।
खरीफ फसलों के लिए खाद की पर्याप्त उपलब्धता
खरीफ फसलों की इस मौसम में सबसे अधिक जरूरत यूरिया की होती है। जिले में पहले से ही 5105 मीट्रिक टन यूरिया, 833 मीट्रिक टन डीएपी, 1667 मीट्रिक टन एनपीके खाद, और 3933 मीट्रिक टन एसएसपी उर्वरक की उपलब्धता है। इस नई खेप के आने से यूरिया की उपलब्धता और बढ़ गई है, जिससे किसानों को उर्वरक की कोई कमी महसूस नहीं होगी।
खाद बिक्री केंद्रों पर दर सूची का बोर्ड लगवाने के निर्देश
कलेक्टर यादव ने सभी खाद दुकानों के बाहर सूचना बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। इस बोर्ड पर प्रत्येक उर्वरक की उपलब्ध मात्रा और उसकी दर स्पष्ट रूप से लिखी जानी चाहिए। यह कदम किसानों के हित में उठाया गया है ताकि वे सही जानकारी प्राप्त कर सकें और किसी भी प्रकार की गलतफहमी या धोखाधड़ी से बच सकें।
किसानों के लिए सहायता केंद्र की व्यवस्था
कलेक्टर यादव ने किसानों से आग्रह किया है कि यदि उन्हें खाद या बीज से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या या शिकायत हो, तो वे कलेक्ट्रेट कार्यालय में बने जिला स्तरीय कंट्रोल रूम के टेलीफोन नंबर 07622-220071 पर अपनी समस्या दर्ज करवा सकते हैं। इस हेल्पलाइन के माध्यम से किसानों को त्वरित समाधान प्राप्त होगा और उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
उपसंहार: किसानों के लिए नई उम्मीद
कटनी जिले में नीम कोटेड यूरिया की नई खेप के आने से किसानों के बीच एक नई उम्मीद जगी है। खरीफ फसलों के इस महत्वपूर्ण समय में यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता से किसान अपनी फसलों की अच्छी पैदावार के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे। कलेक्टर यादव और उनकी टीम के प्रयासों से यह संभव हो सका है, और इस पहल के माध्यम से जिले के किसानों को एक नई दिशा और समर्थन मिला है।
कटनी जिले के किसानों के लिए यह रैक एक बड़ा सहारा साबित होगी और उनके खेतों में लहलहाती फसलों का सपना साकार करेगी। खाद की उपलब्धता सुनिश्चित होने से किसानों को अब किसी प्रकार की चिंता नहीं है, और वे अपनी फसलों की देखभाल में पूरा ध्यान दे सकेंगे।
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