स्पेस टेक्नोलॉजी में म.प्र. ने पहली बार निवेश के लिए बढ़ाया कदम
written & edited by: Adil Aziz
भोपाल, इंदौर में ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स स्थापित करने पर होगी चर्चा
कटनी (6 अगस्त) - मध्यप्रदेश ने अपने विकास योजनाओं में नवीनतम तकनीक को शामिल करने और उपयोग बढ़ाने के लिए स्पेस टेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश के लिए पहली बार कदम बढ़ाया है। इस दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. यादव 7 और 8 अगस्त को बेंगलुरु में निवेशकों से संवाद करेंगे।
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स्पेस टेक्नोलॉजी में मध्यप्रदेश का पहला कदम
स्पेस टेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश प्राप्त करने के लिए मध्यप्रदेश ने पहली बार कदम बढ़ाया है। इस सेक्टर में काम कर रही कंपनियां उपग्रह चित्रण और डाटा एनालिटिक्स की सेवाएं प्रदान करती हैं, जो वैश्विक निगरानी और डाटा की शुद्धता में सुधार लाती हैं। ये कंपनियां अंतरिक्ष में प्रदूषण और कक्षीय वस्तुओं पर निगरानी के लिए नवीनतम तकनीक विकसित कर रही हैं, जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष में सुरक्षा को बढ़ाना है।
बेंगलुरु में दो दिवसीय इन्वेस्टर रोड-शो
मुख्यमंत्री डॉ. यादव 7 और 8 अगस्त को बेंगलुरु में आयोजित इन्वेस्टर रोड-शो में प्रमुख स्पेस टेक कंपनियों से मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। इन कंपनियों में पिक्सल, दिगंतरा, गैलेक्स आई, सेटस्योर कलाइड ईओ, और स्काई सर्वर शामिल हैं। सेटस्योर कंपनी सैटेलाइट इमेजरी उपलब्ध कराती है, जो कृषि क्षेत्र के लिए अत्यंत उपयोगी है। इसी प्रकार, पिक्सल कंपनी पृथ्वी के चित्रों पर आधारित छोटे सैटेलाइट का निर्माण और संचालन करती है।
आईटी सेक्टर में भी निवेश की संभावना
मुख्यमंत्री डॉ. यादव आईटी सेक्टर की कंपनियों से भी संवाद करेंगे और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। इसमें प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों से बात की जाएगी, जिनमें कॉग्निजेंट, नेसकॉम, किंड्रील, इंफोसिस, टीसीएस, विसेन टेक्नोलॉजी, सीसा इंफोसेक, हैपिएस्ट माइंड्स, डेल्टा कैपिटा, नीमन मारकस और मोवाटे शामिल हैं।
ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स की स्थापना
बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपने वैश्विक ऑपरेशनों को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स स्थापित करती हैं। ये सेंटर आर्थिक प्रबंधन, मानव संसाधन प्रबंधन, आईटी सपोर्ट, डाटा एनालिटिक्स और अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता की सेवाएं और संचालन की दक्षता प्रदान करते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशा है कि भोपाल और इंदौर में ऐसे केंद्र स्थापित किए जाएं, जिससे स्थानीय रोजगार के अवसर सृजित होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।
स्थानीय प्रतिभाओं का उपयोग
इन केंद्रों की स्थापना से राज्य की प्रतिभाओं का उपयोग किया जा सकेगा, जिससे कुशल कार्यबल की उपलब्धता भी बढ़ेगी। इन केंद्रों से शहरों में तकनीकी नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहन मिलेगा और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को भी मजबूती मिलेगी।
गारमेंट इंडस्ट्री में निवेश
मध्यप्रदेश में गारमेंट इंडस्ट्री की संभावनाओं को देखते हुए, मुख्यमंत्री डॉ. यादव बेंगलुरु में प्रमुख परिधान और वस्त्र (टेक्सटाइल) कंपनियों के साथ चर्चा करेंगे। इस क्षेत्र की कई कंपनियां, जैसे बेस्ट कॉर्प और गोकलदास, मध्यप्रदेश में निवेश कर रही हैं। गारमेंट इंडस्ट्री में निवेश से राज्य की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। इससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और मध्यप्रदेश को युनिवर्सल गारमेंट सेक्टर में एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरने में मदद मिलेगी।
निवेशकों को आमंत्रण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों, आईटी सेक्टर में निवेश, पर्यटन, एमएसएमई में निवेश और गारमेंट सेक्टर में बनी संभावनाओं से निवेशकों को परिचित कराएंगे। उनका उद्देश्य राज्य में नवीनतम तकनीक और निवेश के माध्यम से विकास को गति देना है।
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश ने पहली बार स्पेस टेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश के लिए कदम बढ़ाया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की इस पहल से राज्य में तकनीकी नवाचार और विकास को बढ़ावा मिलेगा। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। इस प्रकार की योजनाएं राज्य को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी और मध्यप्रदेश को एक प्रमुख निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करेंगी।








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