कटनी जिले में उर्वरक की भरपूर उपलब्धता: किसानों को मिलेगा उनकी मांग के अनुसार उर्वरक
written and edited by : Adil Aziz अगस्त 22, 2024
कृषि क्षेत्र में उर्वरक की आवश्यकता किसी भी सीजन में सबसे अधिक होती है। खरीफ सीजन के दौरान, जब किसान अपनी फसलों की बेहतर पैदावार के लिए मेहनत कर रहे होते हैं, तो उन्हें पर्याप्त और समय पर उर्वरक उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। कटनी जिले में इस बार प्रशासन ने इस दिशा में सराहनीय कदम उठाए हैं। जिले में किसानों के लिए उर्वरक का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया गया है, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव की नियमित समीक्षा और कृषि अधिकारियों की तत्परता के चलते जिले में 10,000 मीट्रिक टन से अधिक उर्वरक उपलब्ध कराए गए हैं।
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कटनी जिले में उर्वरक की उपलब्धता
कटनी जिले में इस खरीफ सीजन के दौरान उर्वरक की कमी नहीं होगी। जिले के विभिन्न सहकारी समितियों, विपणन संघ, एमपी एग्रो और निजी विक्रेताओं के पास कुल 10,480 मीट्रिक टन रासायनिक उर्वरक का स्टॉक है। इनमें यूरिया, एस.एस.पी, एनपीके, और डीएपी जैसे प्रमुख उर्वरक शामिल हैं। जिले के किसानों को उनकी मांग और जरूरत के अनुसार यह उर्वरक समय पर उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रमुख उर्वरक स्टॉक की जानकारी
कटनी जिले में सबसे अधिक 4,332 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है, जो कि फसलों के विकास के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसके अलावा 3,851 मीट्रिक टन एस.एस.पी उर्वरक, 1,507 मीट्रिक टन एनपीके उर्वरक और 1,788 मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक का भी स्टॉक है। यह सुनिश्चित किया गया है कि जिले के सभी किसान अपनी फसलों के लिए आवश्यक उर्वरक प्राप्त कर सकें।
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डबल लॉक केंद्रों पर उर्वरक की उपलब्धता
जिले में उर्वरक वितरण की सुविधा को सुगम बनाने के लिए डबल लॉक केंद्रों की भी स्थापना की गई है। कटनी डबल लॉक केंद्र में 374.61 मीट्रिक टन यूरिया, 49.25 मीट्रिक टन डीएपी, 75.4 मीट्रिक टन एनपीके और 7.95 मीट्रिक टन एस.एस.पी उर्वरक उपलब्ध है। इसी तरह, बहोरीबंद डबल लॉक केंद्र में 137.62 मीट्रिक टन यूरिया, 80.1 मीट्रिक टन डीएपी, 61.45 मीट्रिक टन एनपीके और 40.05 मीट्रिक टन एस.एस.पी उर्वरक का स्टॉक है।
सहकारी समितियों और निजी विक्रेताओं का योगदान
सहकारी समितियों और निजी विक्रेताओं का भी उर्वरक वितरण में महत्वपूर्ण योगदान है। एमपी एग्रो कटनी और बरही केंद्रों पर भी विभिन्न प्रकार के उर्वरकों का स्टॉक उपलब्ध है, जो किसानों की जरूरतों को पूरा करेगा। इसके अलावा, जिले के विभिन्न सहकारी समितियों और निजी विक्रेताओं के पास भी पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है, जिससे किसानों को उर्वरक की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उर्वरक की दर और मात्रा की जानकारी
कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिले की सभी उर्वरक दुकानों के बाहर सूचना बोर्ड लगाए जाएं, जिनमें उपलब्ध उर्वरक की मात्रा और दर की जानकारी स्पष्ट रूप से लिखी हो। यह कदम किसानों की सहूलियत के लिए उठाया गया है, ताकि वे सही जानकारी प्राप्त कर सकें और किसी भी प्रकार की परेशानी से बच सकें।
किसानों के लिए हेल्पलाइन की सुविधा
किसान भाइयों के लिए उर्वरक के संबंध में किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए जिला कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर पर संपर्क करने की सुविधा भी प्रदान की गई है। यह सुनिश्चित किया गया है कि किसानों को समय पर सहायता मिले और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
भविष्य की दिशा
कटनी जिले में इस बार उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता ने किसानों को राहत दी है। प्रशासन की तत्परता और कलेक्टर की समीक्षा ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को उनकी मांग और जरूरत के अनुसार उर्वरक मिले। भविष्य में भी जिले में उर्वरक की उपलब्धता को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे, ताकि किसानों को बेहतर पैदावार और अधिक उत्पादन में मदद मिल सके।
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