खाद्य सुरक्षा दल ने किया छात्रावासों के किचन और स्टोर की जांच
गेहूं-चावल की गुणवत्ता साफ-सुथरी नहीं मिली
कटनी, 5 अगस्त: जिले में मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव के निर्देशानुसार सोमवार को माधव नगर कैंप में स्थित शासकीय अनुसूचित बालिका छात्रावास एवं दो बालक छात्रावास के किचन और स्टोर का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण का उद्देश्य
जिले में संचालित शासकीय छात्रावासों एवं मिड डे मील में स्कूली बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु कलेक्टर श्री यादव के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम द्वारा यह निरीक्षण किया गया। इसका उद्देश्य छात्रों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन प्रदान करना है ताकि उनके स्वास्थ्य और विकास में कोई बाधा न आए।
निरीक्षण के दौरान पाई गई अनियमितताएँ
निरीक्षण के दौरान, अधिकारियों ने पाया कि भोजन में छात्रों को मेन्यू के हिसाब से दाल, चावल, रोटी और सब्जी दी जा रही थी। किचन की सफाई अच्छी थी, लेकिन स्टोर में रखे गेहूं और चावल की गुणवत्ता प्रथम दृष्टया साफ-सुथरी नहीं मिली। खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवकी सोनवानी ने बताया कि गेहूं और चावल राशन दुकान से प्राप्त किया गया था और उनकी गुणवत्ता मानकों के अनुसार नहीं थी।
खाद्य सामग्री की सफाई और उपयोग
अधीक्षक द्वारा बताया गया कि खाद्य सामग्री को साफ करके धोकर उपयोग किया जाता है। शेष सामग्री जैसे तेल, मसाले, दाल, पोहा आदि बाजार से खरीदे जाते हैं। इस प्रक्रिया में भी सफाई और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाता है।
नमूनों की जांच
अधिकारियों ने छात्रावासों से दाल, चावल, तेल, नमक, आटा, पोहा और हल्दी पाउडर के 10 नमूने जांच हेतु लिए और राज्य खाद्य प्रयोगशाला भोपाल भेजे जा रहे हैं। रिपोर्ट प्राप्त होने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
भविष्य की कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा दल ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार की कार्रवाई भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि छात्रों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता में कोई कमी न हो और वे स्वस्थ और सुरक्षित रहें।
कलेक्टर के निर्देश
कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे जिले के सभी शासकीय छात्रावासों और मिड डे मील केंद्रों का नियमित निरीक्षण करें। इसके साथ ही, किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई करें ताकि बच्चों के स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव न पड़े।
खाद्य सुरक्षा की महत्ता
खाद्य सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, खासकर जब बात बच्चों की हो। स्कूल और छात्रावासों में मिलने वाला भोजन उनकी सेहत पर सीधा असर डालता है। इसलिए, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि भोजन स्वच्छ और पौष्टिक हो। इसके लिए खाद्य सुरक्षा दल द्वारा नियमित निरीक्षण और जांच जरूरी है।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका
स्थानीय प्रशासन की भूमिका इस संदर्भ में बेहद महत्वपूर्ण है। प्रशासन के सक्रिय प्रयासों से ही बच्चों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन मिल सकता है। कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव के नेतृत्व में कटनी जिले में मिलावट से मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है, जो एक सराहनीय कदम है।
अभिभावकों की चिंता
अभिभावकों की सबसे बड़ी चिंता उनके बच्चों की सेहत होती है। जब बच्चों को अच्छा और स्वच्छ भोजन मिलता है, तो अभिभावक भी निश्चिंत रहते हैं। इस तरह की निरीक्षण कार्रवाई से अभिभावकों का विश्वास भी प्रशासन में बढ़ता है।
सुझाव और सिफारिशें
खाद्य सुरक्षा दल ने सुझाव दिया है कि सभी शासकीय छात्रावासों और मिड डे मील केंद्रों में नियमित रूप से सफाई और गुणवत्ता की जांच होनी चाहिए। इसके अलावा, राशन दुकान से प्राप्त सामग्री की भी समय-समय पर जांच होनी चाहिए ताकि बच्चों को हमेशा अच्छा और स्वच्छ भोजन मिल सके।
निष्कर्ष
जिले में मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत किए गए इस निरीक्षण से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति कितना सजग है। खाद्य सुरक्षा दल द्वारा की गई इस कार्रवाई से न केवल छात्रों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन मिल सकेगा, बल्कि अभिभावकों का विश्वास भी प्रशासन में बना रहेगा। इस तरह की निरीक्षण कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी ताकि बच्चों का स्वास्थ्य और विकास सही दिशा में हो सके।








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