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केंद्रीय बजट 2024: चुनावी वादों का दोहराव और आम वर्ग की निराशा

 





लेखक एवं संपादक: आदिल अज़ीज़

केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में प्रस्तुत किए गए बजट में वित्त मंत्री ने 1 करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप देने का वादा किया है, जो पहले ही नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा उनकी चुनावी घोषणाओं में किया गया था। इस बजट में इस वादे के अलावा कुछ भी नया और विशेष नहीं है। आम वर्ग की उम्मीदों को ध्यान में नहीं रखा गया है, और बजट की घोषणाओं ने शेयर बाजार पर भी बुरा असर डाला है। शेयर बाजार धड़ाम से गिरा है और निवेशकों को लाखों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह दो दशक के सबसे खराब बजट का असर है।

बजट की विशेषताएं और कमियां

युवाओं के लिए इंटर्नशिप योजना

वित्त मंत्री द्वारा युवाओं के लिए 1 करोड़ इंटर्नशिप देने का वादा किया गया है, जो निश्चित रूप से एक स्वागतयोग्य कदम है। यह कदम देश के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने में सहायक होगा। लेकिन यह योजना भी पहले से ही नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रस्तावित की जा चुकी थी।

आम वर्ग की अनदेखी

बजट में आम वर्ग का ख़याल नहीं रखा गया है। महिलाओं, युवाओं, किसानों, मजदूरों और व्यापारियों के लिए किसी भी नई योजना की घोषणा नहीं की गई है। इस बजट से लोग निराश हुए हैं और उन्हें सरकार से उम्मीदें पूरी नहीं हो रही हैं।

शेयर बाजार पर असर

बजट की घोषणाओं के बाद शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई है। निवेशकों को लाखों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह दो दशक के सबसे खराब बजट का असर है और इससे देश की अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

पुरानी पेंशन योजना की बहाली नहीं

बजट में पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली नहीं की गई है, जो कई सरकारी कर्मचारियों की मांग रही है। इससे उनकी उम्मीदें भी पूरी नहीं हो पाई हैं और वे निराश हैं।

भाजपा के पास विज़न की कमी

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा के पास देश के विकास का कोई ठोस योजना या विज़न नहीं है। कांग्रेस के युवा नेता राहुल गांधी की दूरदर्शी सोच का अभाव सरकार की नीतियों में साफ दिखाई देता है।

विपक्ष की प्रतिक्रिया




अंशू मिश्रा, अध्यक्ष युवा कांग्रेस कटनी

अंशू मिश्रा ने कहा, "केंद्र सरकार के बजट में कुछ खास नया नहीं है। चुनाव में भाजपा द्वारा किए गए वादों को पूरा नहीं किया गया है। महिलाओं, युवाओं, किसानों, मजदूरों, व्यापारियों का कोई ध्यान नहीं रखा गया है। लोग इस बजट से निराश हुए हैं।"

मिथलेश जैन, पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष



मिथलेश जैन, पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष

मिथलेश जैन ने कहा, "बजट में आम लोगों की जरूरतों का ध्यान नहीं रखा गया है। भाजपा सरकार ने चुनावी वादों को भी नजरअंदाज कर दिया है। इस बजट से देश की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।"

निष्कर्ष

केंद्र सरकार के बजट 2024 ने कई लोगों को निराश किया है। इसमें आम वर्ग, महिलाओं, युवाओं, किसानों, मजदूरों और व्यापारियों के लिए कोई नई योजना नहीं है। शेयर बाजार पर बुरा असर पड़ा है और निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि भाजपा के पास देश के विकास का कोई ठोस योजना या विज़न नहीं है और सरकार को हर पहलू पर दूरदर्शी सोच के नेता राहुल गांधी से विचार विमर्श करना चाहिए, तभी देश का विकास संभव है।

केंद्र सरकार के बजट पर विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया आई है और यह बजट देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने में असफल साबित हुआ है। जनता की उम्मीदें अभी भी अधूरी हैं और उन्हें एक बेहतर बजट की आवश्यकता है जो उनकी जरूरतों को पूरा कर सके और देश को आर्थिक मजबूती की दिशा में ले जा सके।



अंशू मिश्रा ,अध्यक्ष ,युवा कांग्रेस कटनी।

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