कटनी में नाज़िम खान ने मांगी थी सुरक्षा, संदिग्ध पत्रों और हमले की आशंका से बढ़ी चिंता
कटनी (मध्यप्रदेश)।
कटनी ज़िले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां चर्चित व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता नाज़िम खान ने अपने और अपने परिवार के जीवन पर गंभीर खतरे की आशंका जताते हुए पुलिस और प्रशासन से विशेष सुरक्षा की मांग की है। उनका कहना है कि पिछले कुछ समय से उन्हें लगातार संदिग्ध पत्र, स्पीड पोस्ट और धमकियाँ मिल रही हैं। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं।
संदिग्ध स्पीड पोस्ट से मचा हड़कंप
नाज़िम खान ने अपने आवेदन में बताया है कि 7 मई 2025, 23 मई 2025 और 30 मई 2025 को उन्हें अलग-अलग संदिग्ध स्पीड पोस्ट मिले। इन पत्रों में जान से मारने और हमला करने की योजनाओं का ज़िक्र था। खास बात यह है कि इन पत्रों की एंट्री इंडिया पोस्ट ट्रैकिंग सिस्टम में स्पष्ट रूप से दर्ज है, जिससे पूरा मामला और गंभीर हो गया है।
नाज़िम खान का कहना है कि यह सब एक सोची-समझी साज़िश है, जिसके पीछे वे लोग हैं जो प्रदेश के सबसे बड़े खनन घोटाले को उजागर करने में उनकी भूमिका से खफा हैं। खान का दावा है कि उन्होंने अब तक कई बार भ्रष्टाचार और अवैध खनन के खिलाफ आवाज़ उठाई है, जिससे प्रभावशाली लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ है।
घर के बाहर संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधि CCTV में कैद
30 मई 2025 को सुबह लगभग 9:30 बजे नाज़िम खान के घर के बाहर एक अज्ञात व्यक्ति संदिग्ध रूप से घूमता हुआ दिखाई दिया। घर में लगे CCTV कैमरे में उसकी पूरी गतिविधि रिकॉर्ड हो गई। खान का कहना है कि यह व्यक्ति शायद उसी साज़िश का हिस्सा है, जो उन्हें और उनके परिवार को नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रही है।
पहले भी हो चुके हैं हमले और धमकियाँ
यह पहला मौका नहीं है जब नाज़िम खान ने इस तरह के खतरे की बात कही हो। 12 मई 2025 को ईमेल के जरिए भी उन्हें धमकी दी गई थी। इसके बाद 22 मई को उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवेदन देकर विस्तृत जानकारी साझा की थी। लेकिन अब लगातार तीन स्पीड पोस्ट और घर के बाहर संदिग्ध गतिविधियों के बाद मामला और ज़्यादा गंभीर हो गया है।
प्रशासन और पुलिस से लगाई सुरक्षा की गुहार
नाज़िम खान ने 30 मई को पुलिस अधीक्षक कटनी को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी और 31 मई को पुलिस थाना माधवनगर में औपचारिक शिकायत भी दर्ज कराई। अब 4 जून 2025 को उन्होंने पुलिस महानिदेशक (सुरक्षा) को भी पत्र भेजकर अपने और परिवार के लिए शीघ्र-विशेष सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है।
उनका कहना है कि –
"यदि मुझे या मेरे परिवार को कोई नुकसान पहुँचता है तो इसके पीछे वही ताकतें होंगी, जो अवैध खनन और भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी आवाज़ को दबाना चाहती हैं।"
जनता के बीच चिंता और आक्रोश
नाज़िम खान के इस खुलासे के बाद स्थानीय स्तर पर हलचल मच गई है। लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि जब प्रदेश के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता और व्यापारी को ही सुरक्षा का संकट हो तो आम आदमी खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा। वहीं, खान समर्थकों का कहना है कि यह केवल एक व्यक्ति की सुरक्षा का मुद्दा नहीं बल्कि जनहित की लड़ाई है, जिसे किसी भी हाल में दबाया नहीं जाना चाहिए।
क्या है प्रशासन का रुख?
अब सबकी निगाहें प्रदेश प्रशासन और पुलिस विभाग पर टिकी हैं कि वे इस मामले को किस तरह से लेते हैं। क्या नाज़िम खान को शीघ्र सुरक्षा दी जाएगी या फिर मामला औपचारिक कार्यवाही तक ही सीमित रह जाएगा?
बड़ा सवाल
क्या नाज़िम खान और उनके परिवार को समय रहते सुरक्षा मिल पाएगी, या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह जांच और फाइलों में दबकर रह जाएगा?
कटनी का यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की सुरक्षा का सवाल नहीं है, बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था और न्याय प्रणाली पर भी सीधा प्रश्नचिह्न है। जब भ्रष्टाचार और अवैध खनन के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को ही सुरक्षा की चिंता सताने लगे तो यह लोकतंत्र के लिए चिंता की बात है।
अब ज़रूरी है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और नाज़िम खान सहित उनके परिवार को विशेष सुरक्षा प्रदान करे, ताकि सच सामने आ सके और न्याय कायम हो।
✍️ Written & Edited By : आदिल अज़ीज़
(जनहित की बात, पत्रकारिता के साथ)
📧 Email : publicnewsviews1@gmail.com




कोई टिप्पणी नहीं