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कटनी महिला थाने में CSP ख्याति मिश्रा के परिजनों से मारपीट का मामला: DSP प्रभात शुक्ला का ऑडियो वायरल, पत्रकारों से माफी मांगी

✍️ लेखक एवं संपादक: आदिल अज़ीज़
📅 दिनांक: 2 जून 2025, सोमवार


कटनी, मध्यप्रदेश: कटनी जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां महिला थाने में पूर्व CSP ख्याति मिश्रा के परिजनों के साथ कथित रूप से मारपीट और अभद्रता की गई। यह मामला तब और तूल पकड़ गया जब घटना से संबंधित DSP प्रभात शुक्ला की गाली-गलौज और धमकी भरी आवाज वाला ऑडियो वायरल हुआ और साथ ही पत्रकारों से माफी मांगते हुए उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया।


CSP ख्याति मिश्रा का ट्रांसफर और विवाद की शुरुआत

तीन दिन पूर्व CSP ख्याति मिश्रा का स्थानांतरण कटनी से मैहर जिले के अमरपाटन SDOP पद पर किया गया था। ख्याति मिश्रा को कटनी से आधिकारिक रूप से रिलीज कर दिया गया है। ट्रांसफर के बाद उनका परिवार सरकारी आवास को खाली कर शिफ्टिंग की तैयारी में जुटा था।

इसी दौरान महिला थाना पुलिस द्वारा उनके परिजनों को हिरासत में लेकर महिला थाने लाया गया और वहां कथित तौर पर मारपीट की गई। यह आरोप खुद ख्याति मिश्रा के पति शैलेंद्र बिहारी शर्मा, जो कि दमोह जिले के घटेरा में तहसीलदार के पद पर पदस्थ हैं, ने लगाए हैं। उन्होंने पुलिस पर उनके परिवार को प्रताड़ित करने और जान से मारने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।


महिला थाने में परिजनों से मारपीट और गाली-गलौज का आरोप

CSP ख्याति मिश्रा के बच्चे और महिला परिजनों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके दादा-दादी और अन्य महिलाओं के साथ महिला थाना परिसर में मारपीट की गई, गंदी-गंदी गालियाँ दी गईं और शारीरिक हिंसा की गई। इस दौरान परिवार के लोगों को मीडिया से मिलने की अनुमति भी नहीं दी गई।

DSP प्रभात शुक्ला पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। बताया गया है कि उन्होंने CSP के सरकारी आवास में पहुंचकर परिजनों के साथ बदसलूकी की, गाली-गलौज की और धमकाया।


ऑडियो वायरल और माफी का वीडियो आया सामने

घटना का ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें DSP प्रभात शुक्ला की आवाज में गाली-गलौज और धमकियों को साफ तौर पर सुना जा सकता है। ऑडियो में महिलाओं के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है जो कि पुलिस प्रशासन की गरिमा पर सवाल उठाता है।

मामला जब मीडिया और पत्रकारों तक पहुंचा, तो रिपोर्टिंग करने आए पत्रकारों से भी धक्का-मुक्की की गई। इस पर नाराज पत्रकारों ने महिला थाने में विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद DSP प्रभात शुक्ला ने पत्रकारों से हाथ जोड़कर माफी मांगी, और उनका यह माफी मांगने वाला वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।


जनता और पत्रकार संगठनों में आक्रोश

इस मामले को लेकर पत्रकार संगठनों में रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि यह न केवल प्रेस की आज़ादी पर हमला है, बल्कि पुलिस के द्वारा सत्ता के दुरुपयोग का भी उदाहरण है। पत्रकारों ने दोषी अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

वहीं आम जनता में भी नाराजगी देखी जा रही है। सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि यदि एक महिला पुलिस अधिकारी के परिवार के साथ ऐसा व्यवहार हो सकता है, तो आम नागरिकों की स्थिति क्या होगी?


तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी शर्मा का आरोप

CSP ख्याति मिश्रा के पति डॉ. शैलेंद्र बिहारी शर्मा ने सीधे-सीधे कटनी SP अभिजीत रंजन और DSP प्रभात शुक्ला पर उनके परिवार को प्रताड़ित करने और जान से मारने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस इस पूरे मामले को दबाने का प्रयास कर रही है और उनके परिवार को झूठे केस में फंसाने की कोशिश की जा रही है।


प्रशासन की चुप्पी और सवालों के घेरे में पुलिस

अब तक जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस बयान नहीं आया है। हालांकि घटना के बाद DSP प्रभात शुक्ला द्वारा माफी मांगने से यह स्पष्ट हो रहा है कि कहीं न कहीं पुलिस पक्ष भी अपनी गलती को महसूस कर रहा है। लेकिन सवाल यह है कि क्या सिर्फ माफी से इस गंभीर घटना को नजरअंदाज किया जा सकता है?


क्या कहता है कानून और मानवाधिकार?

भारतीय संविधान और मानवाधिकार कानून किसी भी व्यक्ति को बिना कारण पुलिस हिरासत में रखने, शारीरिक या मानसिक प्रताड़ना देने की अनुमति नहीं देता। यदि इन आरोपों की जांच में सच्चाई पाई जाती है तो यह मामला IPC की कई धाराओं के तहत दंडनीय है।


क्या होगी अगली कार्रवाई?

अब देखना यह है कि क्या मध्यप्रदेश शासन और पुलिस प्रशासन इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराता है या फिर इसे राजनीतिक दबाव में दबा दिया जाता है। इस मामले में मानवाधिकार आयोग और महिला आयोग की सक्रियता भी जरूरी है ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और पुलिस की जवाबदेही तय हो सके।


CSP ख्याति मिश्रा के परिजनों से मारपीट, गाली-गलौज और पत्रकारों से धक्का-मुक्की जैसे गंभीर आरोप न केवल पुलिस प्रशासन की साख पर सवाल खड़े करते हैं, बल्कि एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि क्या देश में कानून का शासन है या फिर वर्दी की ताकत का आतंक? DSP प्रभात शुक्ला की माफी के बाद अब जनता और पत्रकारों की नजरें अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।



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CSP ख्याति मिश्रा ने पति पर ही लगाए प्रताड़ना के आरोप, CM ने SP अभिजीत रंजन का किया तबादला — अभिनव विश्वकर्मा बने कटनी के नए पुलिस कप्तान

कटनी में महिला थाने से जुड़े विवादास्पद मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। जहां पहले CSP ख्याति मिश्रा के परिजनों के साथ पुलिस द्वारा मारपीट और बदसलूकी के आरोप सामने आए थे, वहीं अब CSP ख्याति मिश्रा ने खुद अपने पति, तहसीलदार डॉ. शैलेंद्र बिहारी शर्मा के ऊपर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस बयान ने पूरे घटनाक्रम को उलझा दिया है और अब इस पूरे मामले की तस्वीर पूरी तरह से बदलती दिख रही है।


CSP ख्याति मिश्रा ने पति पर लगाए भावनात्मक और मानसिक उत्पीड़न के आरोप

अपने आधिकारिक बयान में CSP ख्याति मिश्रा ने कहा है कि उनके पति द्वारा लंबे समय से उन्हें मानसिक और भावनात्मक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनका ट्रांसफर और परिवार के साथ हुए विवाद का असली कारण उनके पति की निजी और पारिवारिक स्तर पर चल रही तनातनी है, न कि पुलिस तंत्र की कोई साजिश।

उनका कहना है कि पूरा मामला उनके व्यक्तिगत जीवन का है जिसे अब सार्वजनिक रूप से गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। इस बयान से पहले जहां लोग पुलिस पर सवाल उठा रहे थे, वहीं अब तहसीलदार पति डॉ. शैलेंद्र बिहारी शर्मा खुद कटघरे में खड़े हो गए हैं।


मामले में आया राजनीतिक मोड़: मुख्यमंत्री ने SP अभिजीत रंजन को हटाया

इधर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए आज बड़ा प्रशासनिक फैसला लिया है। उन्होंने कटनी के SP अभिजीत रंजन का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया है। अब वे भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय में अपनी सेवाएं देंगे। माना जा रहा है कि यह निर्णय पत्रकारों से धक्का-मुक्की, परिवार के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई और सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो-वीडियो के चलते लिया गया है।

SP अभिजीत रंजन






कटनी को मिला नया पुलिस कप्तान: अभिनव विश्वकर्मा

कटनी जिले के नए पुलिस अधीक्षक के रूप में अभिनव विश्वकर्मा की नियुक्ति की गई है।
वर्तमान में वे इंदौर में पदस्थ थे और जबलपुर जिले के अधारताल क्षेत्र के निवासी हैं। माना जा रहा है कि उनकी नियुक्ति इस संवेदनशील परिस्थिति को संभालने और पुलिस की छवि को सुधारने के उद्देश्य से की गई है।

अभिनव विश्वकर्मा को सख्त, ईमानदार और संवेदनशील अफसरों में गिना जाता है, और उम्मीद जताई जा रही है कि उनके नेतृत्व में कटनी पुलिस प्रशासन में सुधार आएगा और इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।

नए पुलिस अधीक्षक  अभिनव विश्वकर्मा

अब क्या होगी अगली कड़ी?

इस मामले में अब तीन प्रमुख पहलू उभर चुके हैं:

  1. CSP ख्याति मिश्रा द्वारा अपने ही पति पर लगाए गए प्रताड़ना के आरोप, जो पूरे घटनाक्रम की दिशा बदल सकते हैं।

  2. DSP प्रभात शुक्ला का ऑडियो और पत्रकारों से धक्का-मुक्की के चलते उनकी भूमिका पर सवाल।

  3. मुख्यमंत्री के निर्देश पर SP अभिजीत रंजन का तबादला, जिससे यह साफ है कि राज्य सरकार इस मामले को हल्के में नहीं ले रही।


मीडिया और जनता की नजरें अब इस पर टिकी हैं:

  • क्या CSP के पति द्वारा लगाए गए पुलिस पर आरोप अब कमजोर पड़ेंगे?

  • क्या CSP के बयान के बाद उनके पति पर भी कोई कार्रवाई होगी?

  • क्या DSP प्रभात शुक्ला पर अब विभागीय जांच होगी?

  • क्या नई SP की नियुक्ति से पुलिस की छवि सुधरेगी?


कटनी में सामने आया यह मामला अब केवल पुलिस और परिवार के बीच का नहीं रह गया है, बल्कि यह राजनीतिक, सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर एक जटिल मुद्दा बन चुका है। CSP ख्याति मिश्रा द्वारा अपने ही पति पर प्रताड़ना का आरोप लगाने से यह स्पष्ट होता है कि मामला कई परतों में उलझा हुआ है।

मुख्यमंत्री द्वारा त्वरित कार्रवाई कर SP का तबादला करना एक मजबूत राजनीतिक संदेश है कि राज्य सरकार कानून और प्रशासन में अनुशासन चाहती है। अब सभी की निगाहें नए SP अभिनव विश्वकर्मा पर होंगी कि वे इस विवाद को किस प्रकार सुलझाते हैं और पुलिस की साख को कैसे बहाल करते हैं।



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