साइबर अपराध से बचाव और जागरूकता का संदेश प्रसारित करेगा डिजिटल रथ
written & edited by :ADIL AZIZ
कटनी (19 जनवरी) – साइबर अपराध के बढ़ते खतरों को देखते हुए, आम जनता को जागरूक करने और उन्हें सुरक्षित डिजिटल व्यवहार अपनाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा विशेष रूप से तैयार किया गया डिजिटल रथ शनिवार को लॉन्च किया गया। इस पहल को पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने पुलिस कंट्रोल रूम कटनी से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष कुमार डहेरिया, नगर पुलिस अधीक्षक ख्याति मिश्रा, और उप पुलिस अधीक्षक प्रभात मिश्रा विशेष रूप से मौजूद रहे।
डिजिटल रथ की कार्यप्रणाली
डिजिटल रथ जिले के प्रमुख स्थानों पर जाकर नुक्कड़ नाटक और शैक्षणिक फिल्म के माध्यम से लोगों को साइबर अपराध से बचने के उपाय बताएगा। रथ में साइबर सुरक्षा संबंधी विस्तृत जानकारी देने के साथ-साथ हेल्पलाइन नंबर 1930 के महत्व को समझाया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक का संदेश
पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने जनता को साइबर अपराध से बचने के लिए जागरूक रहने का संदेश दिया। उन्होंने डिजिटल युग में ऑनलाइन फ्रॉड की बढ़ती घटनाओं के प्रति सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने बताया कि कैसे लोग साइबर अपराधियों के जाल में फंसते हैं और उनसे बचने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा:
- अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें।
- अपने बैंक खाते और व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दें।
डिजिटल रथ के माध्यम से जागरूकता
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक सौरभ यादव ने इस डिजिटल रथ के महत्व को समझाते हुए बताया कि यह रथ जिले भर में चलित रहेगा और आमजनों को साइबर अपराधों के प्रति सतर्क करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि बैंक डिजिटल माध्यमों को सुरक्षित बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
डिजिटल रथ नुक्कड़ नाटकों, लाइव डेमोंस्ट्रेशन और शॉर्ट फिल्म्स के जरिए लोगों को साइबर सुरक्षा की जानकारी देगा। इस अभियान के दौरान नागरिकों को यह भी सिखाया जाएगा कि कैसे ऑनलाइन लेनदेन को सुरक्षित बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं
कार्यक्रम में उपस्थित शरद पाटिल (मुख्य प्रबंधक, क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पहल की सराहना की। इसके अलावा, डिजिटल सुरक्षा के महत्व को समझाने के लिए किंडो एलडीएम, पवन गुप्ता, और प्रशिक्षार्थियों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
मंच संचालन सौरभ यादव द्वारा किया गया, जिन्होंने उपस्थित लोगों को डिजिटल रथ की उपयोगिता और इसके माध्यम से होने वाले विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन शरद पाटिल द्वारा किया गया।
साइबर अपराधों से बचाव के टिप्स
- फिशिंग ईमेल्स से सावधान रहें।
- सार्वजनिक वाईफाई का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहें।
- अपने पासवर्ड को समय-समय पर बदलें और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
- ऑनलाइन शॉपिंग करते समय विश्वसनीय वेबसाइट्स का चयन करें।
- अनजान कॉल्स और मैसेज के माध्यम से मांगी गई जानकारी न दें।
डिजिटल रथ का उद्देश्य
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले के हर नागरिक तक यह संदेश पहुंचाना है कि साइबर अपराध एक गंभीर समस्या है और इसे जागरूकता और सतर्कता के माध्यम से रोका जा सकता है। डिजिटल रथ उन दूरदराज के इलाकों में भी जाएगा, जहां साइबर सुरक्षा की जानकारी सीमित है।डिजिटल रथ न केवल साइबर अपराधों से बचने का संदेश देगा बल्कि समाज में साइबर सुरक्षा के प्रति एक नई सोच विकसित करेगा। यह पहल एक सकारात्मक कदम है, जो नागरिकों को जागरूक करने और साइबर अपराधों को कम करने में मददगार साबित होगी।
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