विकास के नाम पर उपेक्षित नालों की समस्या: हादसों का इंतजार कब तक?
written & edited by : ADIL AZIZ
जब विकास की बात होती है, तो बड़ी-बड़ी योजनाओं और उनके क्रियान्वयन का जिक्र प्रमुखता से किया जाता है। लेकिन इन योजनाओं का उद्देश्य जनमानस की समस्याओं का समाधान होना चाहिए। नगर प्रशासन और जिला प्रशासन का कर्तव्य है कि वे नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करें। मध्य प्रदेश के कटनी जिले के माधव नगर में खुले नालों की समस्या इसका जीता-जागता उदाहरण है, जहां हादसों का खतरा मंडरा रहा है।
माधव नगर का हाल: खुले नालों की चिंता
माधव नगर, जो कटनी जिले का एक प्रमुख क्षेत्र है, वहां खुले पड़े नाले एक गंभीर समस्या बने हुए हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, इन नालों में अब तक कई छोटे-मोटे हादसे हो चुके हैं। कुछ गाय और बैल इन नालों में गिर चुके हैं, लेकिन ईश्वर की कृपा से अब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
इतिहास पर नजर डालें तो इसी क्षेत्र में एक बार दिल दहला देने वाला हादसा हुआ था, जिसमें दो मासूम बच्चों की जान चली गई थी। इसके बावजूद, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने इस समस्या को हल करने की दिशा में गंभीर कदम नहीं उठाए।
क्या कहते हैं स्थानीय नेता?
शहर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजा जगवानी ने इस समस्या को प्रमुखता से उठाया है। उनका कहना है:
"खुले नालों को नजरअंदाज करना न केवल प्रशासनिक अधिकारियों बल्कि सत्तारूढ़ दल के प्रतिनिधियों के लिए भी शर्मनाक है। यह जरूरी है कि संबंधित अधिकारी जल्द से जल्द संज्ञान लें और ठोस कदम उठाएं।"
उन्होंने यह भी आग्रह किया कि जिला प्रशासन इस समस्या का शीघ्र समाधान करे ताकि किसी प्रकार का गंभीर हादसा न हो।
खुले नालों से जुड़ी संभावित समस्याएं
- हादसों का खतरा:
खुले नालों में गिरने से जानवरों और इंसानों को गंभीर चोटें आ सकती हैं। - बीमारियों का प्रकोप:
खुले नालों से मच्छरों और अन्य कीटों का प्रजनन होता है, जिससे डेंगू, मलेरिया और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ता है। - सड़क दुर्घटनाएं:
खुले नाले अक्सर सड़क किनारे होते हैं, जिससे रात के समय वाहन चालकों को दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी
नगर और जिला प्रशासन का यह दायित्व है कि वे नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। किसी भी तरह की लापरवाही न केवल प्रशासनिक विफलता को दर्शाती है, बल्कि यह जनता के विश्वास को भी कमजोर करती है।
जरूरी कदम:
- सभी खुले नालों को कवर किया जाए।
- नियमित सफाई और मरम्मत सुनिश्चित की जाए।
- क्षेत्रीय नागरिकों की शिकायतों को प्राथमिकता दी जाए।
- हादसों से बचाव के लिए चेतावनी संकेतक लगाए जाएं।
स्थानीय जनता की अपेक्षाएं
कटनी जिले के नागरिकों का कहना है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को इस समस्या की गंभीरता को समझना चाहिए। विकास केवल बड़ी परियोजनाओं से नहीं होता, बल्कि जनमानस की बुनियादी समस्याओं के समाधान से होता है।
माधव नगर में खुले नालों की समस्या प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता का प्रमाण है। यह वक्त है कि संबंधित अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस समस्या को गंभीरता से लें और शीघ्र अति शीघ्र उचित कदम उठाएं। नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना ही प्रशासन और सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
हमें याद रखना चाहिए कि विकास के नाम पर उपेक्षा और हादसों का इंतजार करना किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं हो सकता।
कोई टिप्पणी नहीं