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प्रयागराज बॉर्डर सील, 2.5 लाख वाहन हाईवे पर रुके: महाकुंभ 2025 की सुरक्षा को लेकर प्रशासन का बड़ा कदम, रीवा-प्रयागराज हाईवे

                                                       प्रतिभा पाल , कलेक्टर , रीवा 


महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत प्रशासन ने उठाया सख्त कदम

महाकुंभ 2025 को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर कड़े कदम उठाए हैं। इसी क्रम में प्रयागराज से सटे 8 जिलों के बॉर्डर पूरी तरह से सील कर दिए गए हैं। इसके चलते हाईवे पर 2.5 लाख से अधिक वाहन फंसे हुए हैं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया है।



प्रयागराज से सटे 8 जिलों के बॉर्डर सील

प्रशासन ने महाकुंभ की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रयागराज से जुड़े 8 जिलों के बॉर्डर सील कर दिए हैं। ये जिले निम्नलिखित हैं:

  • प्रतापगढ़

  • कौशांबी

  • फतेहपुर

  • जौनपुर

  • भदोही

  • मिर्जापुर

  • रायबरेली

  • सुल्तानपुर

इस कड़े फैसले के चलते इन जिलों से प्रयागराज की ओर आने वाले वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है।

हाईवे पर 2.5 लाख से ज्यादा वाहन फंसे, यातायात ठप

बॉर्डर सील किए जाने के बाद प्रयागराज के विभिन्न हाईवे पर करीब 2.5 लाख से ज्यादा वाहन फंसे हुए हैं। इससे न केवल यात्रियों को परेशानी हो रही है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

प्रमुख प्रभावित हाईवे:

  1. लखनऊ-प्रयागराज हाईवे

  2. वाराणसी-प्रयागराज हाईवे

  3. कानपुर-प्रयागराज हाईवे

  4. रीवा-प्रयागराज हाईवे

  5. गोरखपुर-प्रयागराज हाईवे

यात्रियों को हो रही परेशानियां

हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लगने से यात्रियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लोग घंटों तक फंसे हुए हैं, जिससे वे समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। कई यात्रियों के पास खाने-पीने की सुविधाएं भी नहीं हैं, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

अनदेखी से हो सकती है दुर्घटना

इतनी भारी संख्या में वाहनों के फंसने से दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है। ट्रैफिक जाम के कारण कई एंबुलेंस और आवश्यक सेवाओं के वाहन भी प्रभावित हो रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित नहीं किया गया तो सड़क हादसों की संभावना बढ़ सकती है।



प्रशासन की अपील: वैकल्पिक मार्ग अपनाएं

प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और अनावश्यक यात्रा से बचें। इसके अलावा, आपातकालीन सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।

महाकुंभ 2025 के लिए किए गए अन्य सुरक्षा प्रबंध

महाकुंभ के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं:

  • सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई गई – संवेदनशील स्थानों पर हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं।

  • ड्रोन सर्विलांस – ड्रोन के माध्यम से भीड़ की निगरानी की जा रही है।

  • अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती – राज्य पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई है।

  • यातायात नियंत्रण केंद्र – एक विशेष यातायात नियंत्रण केंद्र बनाया गया है, जहां से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।

स्थानीय लोगों और व्यापारियों पर असर

बॉर्डर सील होने से स्थानीय व्यापारियों को भी नुकसान हो रहा है। प्रयागराज में व्यापार काफी हद तक बाहरी राज्यों और जिलों से आने वाली सप्लाई पर निर्भर करता है, लेकिन बॉर्डर सील होने से माल की आवाजाही में बाधा उत्पन्न हो रही है।

सरकार का क्या कहना है?

राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह कदम महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। सरकार ने जनता से सहयोग करने की अपील की है और कहा है कि जल्द ही यातायात को सामान्य किया जाएगा।

महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और सुव्यवस्थित रूप से आयोजित करने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। हालांकि, इससे आम जनता और व्यापारियों को अस्थायी रूप से परेशानी हो रही है, लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह आवश्यक है। प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वह जल्द ही स्थिति को नियंत्रित कर यातायात को सामान्य करेगा।


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