ग्राम सुतरी में बाघ के हमले से महिला की मृत्यु, पीड़ित परिवार को मिलेगा 8 लाख रुपये का मुआवजा
written & edited by : ADIL AZIZ
कटनी, 31 दिसंबर - मध्य प्रदेश के कटनी जिले के ग्राम सुतरी में वन्य प्राणी बाघ द्वारा एक महिला पर हमला किए जाने की दुखद घटना सामने आई है। इस घटना में महिला की जान चली गई, जिसके बाद प्रशासन और वन विभाग ने तुरंत कार्यवाही की।
घटना का विवरण
यह हादसा तब हुआ जब ग्राम सुतरी की सात महिलाएं बीट सुतरी के जंगल में जलाऊ लकड़ी लेने गई थीं। घटना दोपहर करीब 2 बजे शुरू हुई, जब सभी महिलाएं एक साथ लकड़ी इकट्ठा कर रही थीं। शाम करीब 4 बजे के आसपास, दुर्गाबाई पति भागिला भूमिया लकड़ी बीनने के लिए समूह से अलग हो गईं।
जब अन्य महिलाएं लकड़ी बीनने के बाद घर लौट रही थीं, उन्होंने दुर्गाबाई को आवाज लगाई। दुर्गाबाई की अनुपस्थिति पर चिंता जताते हुए, उनके घर सूचना दी गई।
ग्रामीणों ने की खोजबीन
दुर्गाबाई के परिवार और गांव वालों ने तुरंत जंगल में खोजबीन शुरू की। लेंटाना झाड़ियों के पास उनके पति भागिला भूमिया ने अपनी पत्नी का मृत शरीर पाया। शव के पास एक बाघ मौजूद था, जो ग्रामीणों की भीड़ देखकर भाग गया।
वन विभाग की त्वरित कार्रवाई
ग्राम सुतरी के निवासी राकेश उपाध्याय ने इस घटना की जानकारी वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और जरूरी कार्रवाई की। मृत महिला का शव जंगल से निकालकर गांव लाया गया।
बाघ मूवमेंट की चेतावनी पहले ही दी गई थी
वन विभाग के अनुसार, 3-4 दिन पहले ही बाघ की मौजूदगी को लेकर ग्राम सुतरी में मुनादी कराई गई थी। ग्रामीणों को जंगल में न जाने की सलाह दी गई थी। इसके बावजूद यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई।
मुआवजा और सरकारी सहायता
वनमंडल अधिकारी कटनी और उपवन मंडल अधिकारी ने घटनास्थल का मुआयना किया। घटना की जांच और वन्य प्राणी बाघ द्वारा जनहानि की पुष्टि के बाद, सरकार ने पीड़िता के वारिसों को 8 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। यह राशि लोकसेवा गारंटी अधिनियम के तहत दी जाएगी।
पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार
मृतका का पोस्टमार्टम कराने के बाद उनका अंतिम संस्कार ग्राम सुतरी में किया गया। इस घटना से गांव में शोक और भय का माहौल है।
ग्रामीणों में बढ़ा डर
इस हादसे के बाद से ग्राम सुतरी और आसपास के इलाकों में बाघ को लेकर डर का माहौल बन गया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से बाघ को ट्रैक कर उसे अन्यत्र भेजने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
वन विभाग की अपील
वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे जंगल में जाने से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें। विभाग ने बाघ की निगरानी के लिए इलाके में कैमरा ट्रैप लगाने और गश्त बढ़ाने की योजना बनाई है।
इस घटना से सबक
यह घटना हमें याद दिलाती है कि मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष में सुरक्षा और सतर्कता कितनी महत्वपूर्ण है। वन विभाग और ग्रामीणों के बीच समन्वय से ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।
ग्राम सुतरी की यह घटना दुखद है, लेकिन सरकार द्वारा पीड़ित परिवार को मुआवजा देना राहत की बात है। इस घटना के बाद वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहकर वन्यजीवों और मानवों के बीच संघर्ष को कम करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
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