Public Breaking

नगर निगम के ठेकेदार का कचरे की बजाय मलमा ढोने का मामला , नगर निगम के ठेकेदार का खेल: कचरे के नाम पर मलबा और 2700 रुपये प्रति टन की वसूली








कटनी नगर निगम का भ्रष्टाचार: कचरे की बजाय मलमा ढोने का खुलासा
कचरा प्रबंधन या मलबा व्यापार? कटनी एमएसडब्ल्यू का चौंकाने वाला मामला
कटनी में कचरा प्रबंधन की पोल खुली: 22 टन मलबा ढोते पकड़ा गया ट्रक
कटनी नगर निगम की लापरवाही: कचरे के ढेर और मलबा ढोते ट्रक का मामला
कचरा प्रबंधन में भ्रष्टाचार: मिथलेश जैन ने नगर निगम की पोल खोली

written & edited by : ADIL AZIZ 

हाल ही में कटनी नगर निगम से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें नगर निगम के ठेकेदार कटनी एमएसडब्ल्यू द्वारा अपने वाहन (नंबर एमपी 21G 1898) में कचरे की बजाय ईंट-पत्थर का मलमा ढोने की घटना पकड़ी गई। वरिष्ठ पार्षद मिथलेश जैन एडवोकेट ने इस ट्रक को दोगाड़ी नाला विश्राम बाबा वार्ड में खड़ा पाया। इस वाहन में कचरे के बजाय मलमा भरा हुआ था, जिसे छुपाने के लिए झाड़ियां और हरे कपड़े से ढका गया था।

कैसे हुआ मामला उजागर?

मिथलेश जैन ने जब ट्रक का निरीक्षण किया, तो पाया गया कि इसमें कचरे की जगह ईंट-पत्थर का मलबा भरा हुआ है। नगर निगम के अधिकारियों को इस घटना की सूचना दी गई, जिसके बाद एमएसडब्ल्यू के नोडल ऑफिसर, नगर निगम के उपयंत्री आदेश जैन, योजना के स्वतंत्र इंजीनियर युगल दुबे, और कटनी एमएसडब्ल्यू के सी एंड टी हेड जावेद खान मौके पर पहुंचे।


ट्रक का पंचनामा और वजन

आदेश जैन ने मौके पर ही ट्रक का पंचनामा बनाया।

  • पंचनामे में स्पष्ट हुआ कि ट्रक में केवल पत्थर और मलमा भरा हुआ है।

  • इसे छुपाने के लिए झाड़ियां और हरा कपड़ा लगाया गया था।

  • ट्रक का वजन कराने पर लगभग 22 टन वजन पाया गया।

आरोप और भ्रष्टाचार के संकेत

मिथलेश जैन का आरोप है कि नगर निगम के अधिकारियों के संरक्षण में कटनी एमएसडब्ल्यू द्वारा यह भ्रष्टाचार किया जा रहा है।

  • कचरे की जगह मलबा ढोकर 2700 रुपये प्रति टन के हिसाब से नगर निगम से पैसा वसूला जा रहा है।

  • पूरे शहर में कचरे के ढेर लगे हुए हैं, लेकिन ठेकेदार और अधिकारी मिलकर कचरे के प्रबंधन में लापरवाही बरत रहे हैं।

जनता की समस्याएं और मांग

इस तरह की घटनाएं नगर निगम की कार्यक्षमता और पारदर्शिता पर सवाल खड़े करती हैं।

  • शहर में कचरे के ढेर लगने से आम नागरिकों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

  • मिथलेश जैन ने नगर आयुक्त से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी अपील की है।

नगर निगम और प्रशासन की जिम्मेदारी

कटनी नगर निगम की इस घटना ने दिखाया कि कचरा प्रबंधन में किस तरह भ्रष्टाचार और अनियमितता हो रही है। प्रशासन को इन मुद्दों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।

  1. जांच समिति का गठन: इस मामले की गहन जांच के लिए एक स्वतंत्र समिति का गठन किया जाना चाहिए।

  2. सख्त कार्रवाई: दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाने चाहिए।

  3. पारदर्शिता सुनिश्चित करना: कचरा प्रबंधन के हर स्तर पर पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटल ट्रैकिंग प्रणाली लागू की जानी चाहिए।

कटनी नगर निगम का यह मामला केवल एक घटना नहीं, बल्कि सिस्टम में गहराई तक फैले भ्रष्टाचार का उदाहरण है। जनता के पैसों और संसाधनों का दुरुपयोग रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे। इससे न केवल जनता का भरोसा बहाल होगा, बल्कि कचरा प्रबंधन व्यवस्था भी सुधार सकेगी।

कटनी नगर निगम, कचरा प्रबंधन, भ्रष्टाचार, एमएसडब्ल्यू, मिथलेश जैन, नगर निगम ठेकेदार

 Katni Municipality, Waste Management, Corruption, MSW, Mithlesh Jain, Municipal Contractor

 

ractor

कोई टिप्पणी नहीं