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प्रदेश में सर्वाधिक बिजली की मांग का नया रिकॉर्ड: 18695 मेगावॉट

 


written & edited by : ADIL AZIZ 

कटनी (18 दिसंबर): मध्यप्रदेश ने बिजली की मांग और आपूर्ति के क्षेत्र में नया इतिहास रच दिया। 18 दिसंबर 2024 की सुबह 9:34 बजे प्रदेश में बिजली की मांग 18695 मेगावॉट के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। यह राज्य के ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। खास बात यह है कि इतनी बड़ी मांग के बावजूद बिजली की आपूर्ति 100% सुनिश्चित की गई।

एक दिन में आपूर्ति का भी बना रिकॉर्ड

17 दिसंबर को प्रदेश ने विद्युत आपूर्ति में भी नया रिकॉर्ड कायम किया। उस दिन प्रदेश में 3368.56 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई। इस प्रकार, लगातार दो दिनों में बिजली की मांग और आपूर्ति दोनों ने ऐतिहासिक ऊंचाई छुई।

दिसंबर में बढ़ रही है बिजली की मांग

दिसंबर 2024 के दौरान प्रदेश में बिजली की मांग तेजी से बढ़ी है। 13 दिसंबर को बिजली की मांग 18444 मेगावॉट थी, जो 16 दिसंबर को बढ़कर 18524 मेगावॉट और फिर 17 दिसंबर को 18611 मेगावॉट तक पहुंच गई। यह दिखाता है कि ठंड के मौसम में भी प्रदेश में बिजली की खपत में लगातार वृद्धि हो रही है।

क्षेत्रवार बिजली की मांग

18695 मेगावॉट की मांग के समय प्रदेश में क्षेत्रवार बिजली की मांग इस प्रकार दर्ज की गई:

  • मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (जबलपुर, सागर, रीवा संभाग): 4998 मेगावॉट

  • मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (भोपाल, ग्वालियर संभाग): 5898 मेगावॉट

  • पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (इंदौर, उज्जैन संभाग): 7403 मेगावॉट

  • रेलवे: 396 मेगावॉट

बिजली आपूर्ति की तैयारी

प्रदेश में बढ़ती बिजली की मांग को देखते हुए ऊर्जा विभाग और वितरण कंपनियों ने विशेष योजनाएं तैयार की हैं। पावर प्लांट्स की उच्च क्षमता और बेहतर प्रबंधन की वजह से इतनी बड़ी मांग के बावजूद आपूर्ति में कोई रुकावट नहीं आई। ऊर्जा विभाग के अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में भी मांग को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

मांग बढ़ने के कारण

बिजली की मांग बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं:

  1. कृषि क्षेत्र: रबी फसल की बुवाई और सिंचाई के लिए बढ़ी हुई बिजली की जरूरत।

  2. घरेलू उपयोग: ठंड के मौसम में हीटर और अन्य उपकरणों का अधिक उपयोग।

  3. औद्योगिक गतिविधियां: राज्य में औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि के कारण बिजली की खपत में इजाफा।

ऊर्जा उत्पादन और वितरण की रणनीति

प्रदेश के ऊर्जा विभाग ने आने वाले समय में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए कई रणनीतियां बनाई हैं:

  • नवीन ऊर्जा स्रोत: सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं पर विशेष ध्यान।

  • उन्नत पावर ग्रिड: वितरण नेटवर्क को और अधिक मजबूत और कुशल बनाया जा रहा है।

  • भंडारण क्षमता: ऊर्जा के भंडारण के लिए नई तकनीकों का उपयोग।

प्रदेश के लिए ऊर्जा क्षेत्र की उपलब्धि

इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर ऊर्जा मंत्री ने कहा, “यह मध्यप्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र के विकास का प्रमाण है। हमारी सरकार प्रदेशवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है। यह रिकॉर्ड राज्य की ऊर्जा क्षमता और प्रबंधन की सफलता को दर्शाता है।”

जनता की प्रतिक्रियाएं

बिजली की मांग और आपूर्ति के नए रिकॉर्ड पर प्रदेश के लोगों ने भी खुशी जताई। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले किसान और शहरी क्षेत्र के लोग दोनों इस बात से संतुष्ट हैं कि उन्हें समय पर और बिना रुकावट के बिजली मिल रही है।

भविष्य की चुनौतियां और संभावनाएं

हालांकि यह रिकॉर्ड प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक उपलब्धि है, लेकिन बढ़ती मांग भविष्य में चुनौतियां भी ला सकती है। इसके लिए निम्नलिखित पहल जरूरी हैं:

  1. अतिरिक्त उत्पादन क्षमता: नए पावर प्लांट्स की स्थापना।

  2. ऊर्जा संरक्षण: उपभोक्ताओं को ऊर्जा बचाने के तरीकों के प्रति जागरूक करना।

  3. हरित ऊर्जा: सौर, पवन और अन्य हरित ऊर्जा स्रोतों का अधिकतम उपयोग।

मध्यप्रदेश ने बिजली की मांग और आपूर्ति में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिखा दिया है कि वह ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। यह न केवल राज्य की विकास यात्रा में मील का पत्थर है, बल्कि देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण है।

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