राहुल गांधी की दूरदर्शी सोच फिर हुई प्रमाणित: सौम्या राँधेलिया का बयान
written & edited by : ADIL AZIZ
अमेरिकी अदालत ने गौतम अडानी के खिलाफ जारी किया गिरफ़्तारी वारंट
कटनी। हाल ही में अमेरिकी कोर्ट ने गौतम अडानी के खिलाफ पांच आर्थिक अपराधों में गिरफ़्तारी वारंट जारी किया है। इस विषय पर भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सौम्या राँधेलिया ने बयान देते हुए कई अहम मुद्दे उठाए। उन्होंने बताया कि अमेरिकी अदालत के अभियोग पत्र में यह स्पष्ट है कि गौतम अडानी ने भारत के स्टॉक एक्सचेंज को गलत जानकारी देकर धोखाधड़ी की है।
25,000 करोड़ का घोटाला: क्या है मामला?
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका की लिस्टेड कंपनी एज़्यूर पावर के साथ मिलकर सोलर पावर प्रोजेक्ट्स के नाम पर अमेरिकी निवेशकों को गुमराह किया। इस योजना के तहत लगभग 25,000 करोड़ रुपये जुटाए गए। हालांकि, भारत में सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स को लेकर कई समस्याएं सामने आईं।
ऊर्जा की उच्च दरों के चलते कोई भी राज्य इसे खरीदने के लिए तैयार नहीं था। इस बीच, उसी राशि में से 2,200 करोड़ रुपये भारतीय अधिकारियों को रिश्वत के तौर पर दिए गए। यह जानकारी अमेरिकी जांच एजेंसियों द्वारा उजागर हुई। एफबीआई की रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि भारत और अमेरिका दोनों जगह निवेशकों को धोखा दिया गया।
अमेरिकी ग्रैंड जूरी का फैसला
अमेरिका के ग्रैंड जूरी ने गौतम अडानी के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी कर दिया है। इसके साथ ही यह भी साबित हुआ कि अडानी ने भारतीय सेबी (SEBI) को भी गलत जानकारी दी। इस खुलासे के बाद भारतीय स्टॉक मार्केट में अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा।
राहुल गांधी की भविष्यवाणी फिर सही साबित
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पहले ही इस तरह की गड़बड़ियों की ओर ध्यान आकर्षित किया था। उन्होंने संसद से लेकर सड़कों तक यह मुद्दा उठाया कि अडानी और नरेंद्र मोदी की साठगांठ से देश को भारी नुकसान हो रहा है। राहुल गांधी का कहना है कि यह सांठगांठ देश की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचा रही है।
अडानी-मोदी गठजोड़ पर सवाल
सौम्या राँधेलिया ने कहा, “राहुल गांधी वर्षों से इन मुद्दों को उजागर कर रहे हैं। लेकिन मोदी सरकार ने हमेशा इन पर पर्दा डालने की कोशिश की है। अब जबकि अमेरिकी अदालत ने अडानी के खिलाफ वारंट जारी किया है, मोदी सरकार की चुप्पी सवाल खड़े करती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद भी राहुल गांधी ने जनता के हितों की रक्षा के लिए आवाज़ उठाई थी। अब यह साफ हो गया है कि गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी इस घोटाले में शामिल हैं।
जेपीसी की मांग
राहुल गांधी ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की मांग की है। उन्होंने कहा, “यह घोटाला केवल आर्थिक अपराध नहीं है, बल्कि देश के सम्मान और युवाओं के भविष्य पर सीधा प्रहार है।”
भाजपा की भूमिका पर सवाल
सौम्या राँधेलिया ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उनके प्रवक्ता अडानी का बचाव ऐसे कर रहे हैं जैसे वह पार्टी के कोई नेता हों। उन्होंने कहा, “यह भाजपा के ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे का असली चेहरा दिखाता है। भाजपा सरकार को निष्पक्ष होकर अडानी पर कार्रवाई करनी चाहिए।”
युवाओं और देश की अर्थव्यवस्था का भविष्य
यह मामला सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि देश के युवाओं और अर्थव्यवस्था के भविष्य का सवाल है। यदि अडानी दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें “फॉरेन करप्ट प्रैक्टिस एक्ट” के तहत कठोर सजा और भारी जुर्माना भरना पड़ेगा।
सौम्या राँधेलिया ने कहा, “देश के युवाओं को इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए ताकि राहुल गांधी जैसे दूरदर्शी नेताओं को समर्थन मिल सके।”
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