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कलेक्टर यादव का सख्त रुख: सीएम हेल्पलाइन शिकायतों के संतोषजनक निपटान पर जोर , आबकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को नोटिस: सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का संतोषजनक निपटान आवश्यक


आबकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को नोटिस: सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का संतोषजनक निपटान आवश्यक

  • सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों में देरी पर कलेक्टर की चेतावनी: सख्त कदम उठाने के निर्देश
  • कलेक्टर यादव की सख्ती: विभागों को शिकायतों के निपटारे में सुधार के लिए दी चेतावनी
  • कटनी जिला प्रशासन: सीएम हेल्पलाइन शिकायतों पर कलेक्टर की सख्त कार्रवाई
  • शिकायत निपटान में लापरवाही पर कार्रवाई: कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए नोटिस 
  • कटनी कलेक्टर का सख्त रुख: शिकायतों के अनुत्तरित मामलों पर अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस



  • written & edited by : ADIL AZIZ

    कटनी (18 अक्टूबर): कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाली शिकायतों के संतोषजनक निपटारे को लेकर सख्त कदम उठाए हैं। शुक्रवार को आयोजित एक समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा शिकायतों को ‘फोर्स क्लोज’ (जबरन बंद) करने के मामलों पर नाराजगी जताई और इन अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

    कलेक्टर यादव ने स्पष्ट किया कि शिकायतों का निपटारा किसी भी कीमत पर संतोषजनक होना चाहिए, और इस कार्य में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का संतोषजनक निपटान ज़रूरी

    सीएम हेल्पलाइन का उद्देश्य है कि जनता की शिकायतों का शीघ्र और संतोषजनक समाधान हो। लेकिन कुछ विभागों द्वारा शिकायतों को बिना उचित समाधान के ही बंद कर देने की प्रवृत्ति पाई गई है। इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए कलेक्टर ने सख्त हिदायत दी है।

    आबकारी विभाग और लोक निर्माण विभाग द्वारा सितंबर माह की शिकायतों के फोर्स क्लोज मामले में, कलेक्टर ने जिला आबकारी अधिकारी आर.के. बघेल और कार्यपालन यंत्री शारदा सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके अलावा, सेतु निर्माण विभाग के उपयंत्री राहुल घटके और डेविड अंजनी की समीक्षा बैठक में अनुपस्थिति के लिए भी नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।

    संतोषजनक निपटान में देरी पर असंतोष

    कलेक्टर यादव ने समीक्षा के दौरान पाया कि ग्रुप डी में शामिल कुछ विभागों, जिनमें लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, सहकारिता, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, और सामाजिक न्याय विभाग शामिल हैं, की शिकायतों के निपटारे की रैंकिंग 30 से ऊपर है। इस लचर कार्यप्रणाली पर कलेक्टर ने गहरी असंतोष व्यक्त किया और निर्देश दिया कि सभी विभाग शनिवार और रविवार को इन लंबित शिकायतों के निपटान के लिए सक्रिय पहल करें।

    कलेक्टर ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि इन विभागों द्वारा संतोषजनक निपटान में सुधार नहीं होता है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

    कार्यक्षेत्र से बाहर करने की प्रवृत्ति पर रोक

    कलेक्टर यादव ने समीक्षा में पाया कि कुछ विभागों के अधिकारी शिकायतों को बिना किसी कार्यवाही के कार्यक्षेत्र से बाहर कर देते हैं। शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि ऐसा करने से शिकायतों के समाधान में देरी होती है, जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

    उन्होंने सभी लेबल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अनावश्यक रूप से शिकायतों को कार्यक्षेत्र से बाहर न करें। ऐसा करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी, और उनके खिलाफ आवश्यक जांच और कार्यवाही की जाएगी।

    शिकायतों के प्रति परीक्षण के निर्देश

    कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जिन शिकायतों को कार्यक्षेत्र से बाहर किया गया है, उनका प्रति परीक्षण किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि संबंधित शिकायत किस विभाग और अधिकारी से जुड़ी है। इससे संबंधित विभागों को समय-सीमा बैठक में उपस्थित होकर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

    सुधार की दिशा में कदम

    कटनी जिला प्रशासन की यह पहल सीएम हेल्पलाइन के तहत प्राप्त शिकायतों के संतोषजनक समाधान की दिशा में एक बड़ा कदम है। कलेक्टर यादव ने स्पष्ट किया है कि किसी भी शिकायत का फोर्स क्लोज करना जनता के हितों के खिलाफ है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है।

    इस तरह की समीक्षा बैठकों का उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शिकायतों का उचित समाधान सुनिश्चित करें ताकि नागरिकों को उनकी समस्याओं का सही समाधान मिल सके।

    प्रशासनिक सुधार की आवश्यकता

    सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का संतोषजनक निपटारा न सिर्फ प्रशासन की दक्षता को दिखाता है, बल्कि यह नागरिकों के प्रति उनकी जवाबदेही को भी दर्शाता है। कटनी जिले के कई विभागों में लापरवाही और धीमी कार्यप्रणाली को देखते हुए कलेक्टर का यह कदम सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

    अन्य विभागों के लिए चेतावनी

    कलेक्टर यादव ने अन्य विभागों के अधिकारियों को भी चेतावनी दी है कि यदि वे शिकायतों के निपटान में देरी या अनावश्यक कार्यक्षेत्र से बाहर करने की प्रवृत्ति अपनाते हैं, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    इस कदम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जिले के सभी अधिकारी और विभागीय प्रमुख अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन करें और जनता की शिकायतों का समयबद्ध और संतोषजनक समाधान करें।

    कलेक्टर यादव द्वारा उठाए गए ये कदम प्रशासनिक सुधार की दिशा में एक अहम पहल हैं। सीएम हेल्पलाइन का उद्देश्य जनता की शिकायतों का उचित निपटान सुनिश्चित करना है, और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

    इस कदम से कटनी जिले में प्रशासन की जवाबदेही बढ़ेगी और विभिन्न विभागों में पारदर्शिता और कार्यप्रणाली में सुधार होगा। कलेक्टर की इस पहल से यह संदेश जाता है कि नागरिकों की समस्याओं का समाधान प्रशासन की पहली प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होगी।


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