गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए विशेष प्रबंध: शांति व्यवस्था और कानून की देखरेख में होगा आयोजन , गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन: कानून व्यवस्था और पर्यावरण सुरक्षा के तहत सख्त कदम
Credit : jansatta |
written & edited by : ADIL AZIZ
कटनी में गणेश प्रतिमा विसर्जन: विशेष सुरक्षा और शांति व्यवस्था के निर्देश
गणेश उत्सव का समापन प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ होता है, जो हर वर्ष पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। लेकिन इस धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व में सुरक्षा और शांति व्यवस्था का पालन अत्यंत आवश्यक होता है। कटनी में भी गणेश प्रतिमा विसर्जन को लेकर प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण निर्देश और व्यवस्थाएँ जारी की हैं, ताकि यह पर्व शांति और सौहार्दपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके। इस ब्लॉग में हम विसर्जन के दौरान प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों, स्थानों पर लागू प्रतिबंधों और नियुक्त कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स की जिम्मेदारियों पर चर्चा करेंगे।
विसर्जन के दौरान सुरक्षा और शांति व्यवस्था की जिम्मेदारी:
कटनी में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन नगर निगम द्वारा निर्मित जल कुंडों में किया जाएगा। जिला प्रशासन ने इस बात को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया है कि विसर्जन के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनी रहे। इसके लिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स को शाम 5 बजे से कार्यक्रम समाप्त होने तक अपने-अपने ड्यूटी स्थलों पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस संपूर्ण व्यवस्था का प्रभारी उपखंड मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार मिश्रा को नियुक्त किया गया है।
![]() |
Amazon Link https://amzn.to/3TikaXE |
मुख्य स्थानों पर तैनात कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स:
जिला कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर, अपर जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी आदेशानुसार विभिन्न स्थानों पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स की नियुक्ति की गई है।
- गाटर घाट एवं मोहन घाट: इन दोनों स्थानों पर प्रतिमा विसर्जन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी प्रमोद कुमार चतुर्वेदी (डिप्टी कलेक्टर) और बी.के. मिश्रा (तहसीलदार) को दी गई है।
- पीरबाबा निवार नदी हनुमान विसर्जन कुंड: यहां की व्यवस्थाओं को संभालने के लिए डिप्टी कलेक्टर विवेक गुप्ता और अजीत तिवारी (तहसीलदार कटनी ग्रामीण) को नियुक्त किया गया है।
- टांसपोर्ट नगर तालाब विसर्जन कुंड: इस स्थान पर राकेश कुमार (अधीक्षक भू-अभिलेख) को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- बाबाघाट विसर्जन कुंड: यहां की व्यवस्था शिवभूषण सिंह (नायब तहसीलदार मुड़वारा-2) के अधीन होगी।
- छपरवाह एवं बिलगवां घाट विसर्जन कुंड: यहां विवेक मूले (अधीक्षक भू-अभिलेख) की जिम्मेदारी होगी।
- सिमरार नदी रपटा जुहला विसर्जन कुंड: इस कुंड पर अतुलेश सिंह (नायब तहसीलदार पहाड़ी) को नियुक्त किया गया है।
- बजरंग कॉलोनी तट विसर्जन कुंड: यहां हर्ष वर्धन रामटेके (सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख) की तैनाती की गई है।
- माई नदी विसर्जन कुंड: इस कुंड की व्यवस्थाओं के लिए अमृता गर्ग (सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख) को जिम्मेदार बनाया गया है।
Amazon Link
https://amzn.to/3TikaXE
गणेश उत्सव का समापन अब समीप है और इसके साथ ही गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर भी शुरू हो गया है। इस वर्ष, जिला प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं ताकि विसर्जन प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो और कानून एवं शांति व्यवस्था बनी रहे। नगर निगम द्वारा निर्मित जल कुंडों में प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स को नियुक्त किया गया है। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर पूरे जिले में विभिन्न घाटों और जल कुंडों पर मजिस्ट्रेट्स की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या दुर्घटना से बचा जा सके।
प्रमुख विसर्जन स्थल और सुरक्षा व्यवस्था
कटनी के विभिन्न जल कुंडों जैसे गाटर घाट, मोहन घाट, पीरबाबा निवार नदी हनुमान विसर्जन कुंड, टांसपोर्ट नगर तालाब के पास विसर्जन कुंड, बाबाघाट, छपरवाह एवं बिलगवां घाट, सिमरार नदी रपटा जुहला विसर्जन कुंड और बजरंग कॉलोनी तट पर प्रशासन ने सख्त निगरानी रखने के आदेश दिए हैं। इन सभी स्थानों पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स की नियुक्ति की गई है, जो शाम 5 बजे से लेकर कार्यक्रम समाप्ति तक मौके पर मौजूद रहेंगे।
प्रभारी अधिकारी प्रदीप कुमार मिश्रा को पूरे विसर्जन कार्यक्रम की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है। इसके तहत, प्रमोद कुमार चतुर्वेदी और बी.के. मिश्रा जैसे अधिकारी गाटर घाट और मोहन घाट विसर्जन कुंडों पर शांति बनाए रखने का काम करेंगे।
![]() |
Amazon Link https://amzn.to/3TikaXE |
कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स की नियुक्ति
जिला प्रशासन ने अपर जिला मजिस्ट्रेट के आदेशानुसार कई कार्यपालिक मजिस्ट्रेट्स की नियुक्ति की है, जो अलग-अलग विसर्जन कुंडों पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होंगे। उदाहरण के तौर पर, राकेश कुमार को टांसपोर्ट नगर तालाब के पास विसर्जन कुंड का प्रभारी बनाया गया है। शिवभूषण सिंह बाबाघाट पर शांति व्यवस्था का ध्यान रखेंगे, जबकि विवेक मूले छपरवाह और बिलगवां घाट की जिम्मेदारी संभालेंगे।
पर्यावरण संरक्षण के प्रयास
इस वर्ष, प्रशासन ने विशेष ध्यान दिया है कि विसर्जन प्रक्रिया पर्यावरण के अनुकूल हो। कटनी के कई प्रमुख घाटों जैसे कटायेघाट, मसुरहा घाट और अमीरगंज तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह कदम पर्यावरण को नुकसान से बचाने और जल स्रोतों को प्रदूषण से सुरक्षित रखने के लिए उठाया गया है।
इन तीन घाटों पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया गया है और इसके पालन के लिए आकाशदीप नामदेव को जिम्मेदारी दी गई है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि लोग इन प्रतिबंधित घाटों पर प्रतिमाओं का विसर्जन न करें और नगर निगम द्वारा निर्धारित जल कुंडों में ही विसर्जन करें।
समाज में जागरूकता बढ़ाने के प्रयास
प्रशासन ने न सिर्फ कानून व्यवस्था पर ध्यान दिया है, बल्कि समाज में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए भी कदम उठाए हैं। नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा बार-बार लोगों से अपील की जा रही है कि वे प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) से बनी प्रतिमाओं का उपयोग न करें और इको-फ्रेंडली मूर्तियों का चुनाव करें।
साथ ही, लोग यह सुनिश्चित करें कि जल स्रोतों में कोई हानिकारक सामग्री विसर्जित न हो, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी स्वच्छ जल स्रोतों का उपयोग कर सकें।
नियमों का पालन अनिवार्य
प्रशासन द्वारा जारी आदेशों में साफ कहा गया है कि गणेश विसर्जन के दौरान सभी श्रद्धालुओं को नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। यदि कोई व्यक्ति प्रतिबंधित घाटों में प्रतिमाओं का विसर्जन करता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान किसी भी प्रकार का हंगामा या अव्यवस्था फैलाने वालों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।
![]() |
Amazon Link https://amzn.to/3TikaXE |
विसर्जन कुंडों की स्थिति और व्यवस्था
नगर निगम द्वारा बनाए गए विसर्जन कुंडों में साफ-सफाई और पानी के स्तर की नियमित जांच की जा रही है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि विसर्जन प्रक्रिया सुचारू रूप से चले और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके साथ ही, जल कुंडों में पर्यावरण अनुकूल तरीके से प्रतिमाओं का विसर्जन हो, इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है।
पुलिस और प्रशासन की सतर्कता
गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क है। विसर्जन स्थलों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके साथ ही, ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी कैमरों के जरिए हर स्थल की निगरानी की जा रही है।
श्रद्धालुओं से अपील
जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें और प्रशासन के साथ सहयोग करें। यदि किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़े, तो तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करें। साथ ही, कोविड-19 के प्रोटोकॉल्स का भी पालन करना जरूरी है, ताकि विसर्जन के दौरान संक्रमण का खतरा न बढ़े।
![]() |
Amazon Link https://amzn.to/3TikaXE |
गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन एक धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जिसे सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से संपन्न कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। जिला प्रशासन और पुलिस की सतर्कता के चलते इस बार का गणेश विसर्जन शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रहेगा। प्रशासन द्वारा किए गए इंतजामों के तहत श्रद्धालुओं से भी यह अपील की जा रही है कि वे नियमों का पालन करें और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपना योगदान दें।
![]() |
Amazon Link https://amzn.to/3TikaXE |
कोई टिप्पणी नहीं