बीएलओ आज से करेंगे घर-घर सत्यापन: मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की शुरुआत
written and edited by : Adil Aziz अगस्त 21, 2024
कटनी (20 अगस्त) - भारत निर्वाचन आयोग ने 1 जनवरी 2025 की अर्हता तिथि को ध्यान में रखते हुए मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम जारी किया है। इस कार्यक्रम के तहत 20 अगस्त से 18 अक्टूबर तक बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) घर-घर जाकर मतदाता सूची का सत्यापन करेंगे। साथ ही, मतदाता सूची और वोटर आईडी कार्ड में पाई जाने वाली विसंगतियों को दूर करने का कार्य किया जाएगा।
निर्वाचक नामावली का प्रारूप प्रकाशन
निर्वाचक नामावली के प्रारूप का प्रकाशन 29 अक्टूबर को मतदान केंद्रों सहित सभी अभिहित स्थलों पर किया जाएगा। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, प्रारूप के प्रकाशन के बाद, नागरिकों के पास 29 अक्टूबर से 28 नवंबर तक अपनी दावे-आपत्तियां दर्ज कराने का अवसर होगा। यह प्रक्रिया बीएलओ द्वारा मतदान केंद्रों पर ही सम्पन्न होगी। दावे-आपत्तियों का निराकरण 24 दिसंबर तक किया जाएगा, और अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 6 जनवरी 2025 को किया जाएगा।
मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने का अवसर
मतदाता सूची के प्रारूप प्रकाशन के बाद, वे युवा जिनकी आयु 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई, या 1 अक्टूबर 2025 को 18 वर्ष पूर्ण हो चुकी है, अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करा सकते हैं। यदि किसी कारणवश वे कार्यदिवसों में अपना दावा प्रस्तुत नहीं कर पाते हैं, तो उनके लिए विशेष शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा। यह शिविर जिले की चार विधानसभा क्षेत्रों में 9 नवंबर, 10 नवंबर, 16 नवंबर, और 17 नवंबर को आयोजित किए जाएंगे।
पुनरीक्षण पूर्व की गतिविधियां
पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत बीएलओ 20 अगस्त से 18 अक्टूबर तक घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे। इसके अतिरिक्त, मतदान केंद्रों का युक्तिकरण और पुनर्व्यवस्था, नामावली और ईपिक (इलेक्टोरल फोटो आईडी कार्ड) में पाई जाने वाली विसंगतियों को दूर करना, धुंधली और खराब गुणवत्ता वाली छवियों को उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरों से प्रतिस्थापित करना, और मतदान केंद्रों के खंड या भाग की सीमाओं के पुनर्गठन को अंतिम रूप देना शामिल होगा।
मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की प्रक्रिया
मतदाता सूची में नाम दर्ज कराना हर नागरिक का अधिकार और जिम्मेदारी है। यह प्रक्रिया न केवल उनकी पहचान को पुख्ता करती है, बल्कि उन्हें अपने मताधिकार का सही उपयोग करने का अवसर भी प्रदान करती है। नागरिकों को इस प्रक्रिया में भाग लेना चाहिए और बीएलओ द्वारा किए जा रहे सत्यापन में सहयोग करना चाहिए।
मतदाता सूची में दावे-आपत्तियां
दावे-आपत्तियों की प्रक्रिया के तहत नागरिक अपना नाम जोड़ने, प्रविष्टियों में संशोधन, या नाम हटाने संबंधी आवेदन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया 29 अक्टूबर से 28 नवंबर के बीच पूरी की जाएगी। बीएलओ द्वारा प्राप्त सभी दावे-आपत्तियों का निराकरण 24 दिसंबर तक किया जाएगा। इस प्रक्रिया के बाद, अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 6 जनवरी 2025 को किया जाएगा, जिससे सुनिश्चित हो सकेगा कि सभी योग्य मतदाताओं के नाम सही तरीके से सूचीबद्ध हों।
चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता का महत्व
मतदाता सूची का सही और त्रुटिरहित होना, चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए, नागरिकों को चाहिए कि वे मतदाता सूची में अपने नाम और विवरणों की जाँच करें और किसी भी विसंगति की स्थिति में तुरंत दावे-आपत्तियां दर्ज करें।
नागरिकों के लिए सुझाव
मतदाता सूची में नाम दर्ज कराते समय ध्यान दें कि सभी विवरण सही और पूर्ण हों। यदि आपके विवरण में किसी प्रकार की गलती है, तो उसे तुरंत सुधारें। इसके लिए बीएलओ द्वारा विशेष शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, जहां आप अपने दावे-आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं।
शिविरों में भाग लेने का महत्व
निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित तिथियों पर आयोजित किए जाने वाले विशेष शिविरों में भाग लेना महत्वपूर्ण है, खासकर उन नागरिकों के लिए जो किसी कारणवश कार्यदिवसों में अपने दावे प्रस्तुत नहीं कर सकते। यह शिविर एक सुनहरा अवसर है, जहां आप अपने मताधिकार को सुनिश्चित कर सकते हैं।
निष्कर्ष
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किया गया मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम नागरिकों के लिए अपने मताधिकार को सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। बीएलओ द्वारा किए जा रहे घर-घर सत्यापन अभियान में नागरिकों को सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए और अपनी मतदाता सूची में सही जानकारी दर्ज करानी चाहिए। यह प्रक्रिया न केवल उनकी पहचान को मजबूत करेगी, बल्कि चुनाव प्रक्रिया में उनकी भूमिका को भी सुनिश्चित करेगी।
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