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बरही में ईकेवाईसी कराने गए ग्रामीण के घर चोरों का धावा: नकद राशि और चांदी के जेवरात पार, पीड़ित ने मांगा न्याय


 मध्य प्रदेश के कटनी जिले के बरही थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। ताजा मामला पथरहटा गांव का है, जहां कमलेश विश्वकर्मा नामक ग्रामीण के घर में चोरों ने धावा बोलकर नकद राशि और चांदी के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। यह घटना तब घटी जब पीड़ित परिवार ईकेवाईसी कराने के लिए बाहर गया हुआ था। हालांकि, पीड़ित द्वारा बरही थाने में नामजद शिकायत दर्ज करवाई गई है, लेकिन पुलिस की तरफ से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। न्याय की गुहार लगाते हुए पीड़ित ने जिला कप्तान से मदद मांगी है।

घटना का विवरण: पथरहटा गांव के निवासी कमलेश विश्वकर्मा अपने परिवार के साथ 17 अगस्त को दोपहर 2 बजे के आसपास ईकेवाईसी कराने के लिए एमपी ऑनलाइन सेंटर गए थे। इस दौरान उनके घर में चोरों ने धावा बोल दिया। जब कमलेश अपने घर लौटे तो उन्होंने देखा कि घर का ताला टूटा हुआ था और अंदर का सामान बिखरा पड़ा था। चोरों ने 40 हजार नकद, 2 जोड़ी चांदी की बोरागसी, 2 जोड़ी पायल, झुमकी समेत अन्य कीमती जेवरात चोरी कर लिए थे।

पुलिस की उदासीनता: कमलेश विश्वकर्मा ने तुरंत बरही थाने में जाकर घटना की जानकारी दी और नामजद शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में उन्होंने अपने गांव के चार लोगों – तेजराम विश्वकर्मा, राजकुमार विश्वकर्मा, आशीष विश्वकर्मा और गोरी बाई विश्वकर्मा – के खिलाफ आरोप लगाया। बावजूद इसके, पुलिस ने अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है। कमलेश का कहना है कि वे लगातार बरही थाने का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

सीएम हेल्पलाइन में शिकायत: जब थाने में कोई सुनवाई नहीं हुई तो कमलेश ने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करवाई। हालांकि, पुलिस ने शिकायतकर्ता के घर जाकर शिकायत को बंद करवाने का दबाव बनाया। इससे पीड़ित की समस्याएं और बढ़ गई हैं, और अब वे न्याय के लिए जिला कप्तान से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

चोरी की घटनाओं में बढ़ोतरी: बरही थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में दिन-ब-दिन बढ़ोतरी हो रही है। नगर से लेकर गांवों तक, हर जगह चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं। पुलिस द्वारा स्टाफ की कमी बताकर मामले को टाल दिया जाता है, जिससे पीड़ितों में निराशा बढ़ रही है। पथरहटा गांव की इस घटना के पहले भी बरही थाना क्षेत्र में कई चोरियां हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक एक भी मामले का खुलासा नहीं हो पाया है।

पीड़ित की व्यथा: कमलेश विश्वकर्मा का कहना है कि वे पिछले कई दिनों से थाने का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि चोरी के दौरान उनके घर से नगद राशि और चांदी के जेवरात चुराए गए हैं। उनके अनुसार, चोर उनके गांव के ही रहने वाले हैं, जिनके खिलाफ उन्होंने नामजद शिकायत दर्ज करवाई है। फिर भी, पुलिस की निष्क्रियता उन्हें न्याय पाने में बाधा डाल रही है।

पुलिस का रुख: जब इस मामले में पुलिस से बात की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है, जिससे पीड़ितों के बीच निराशा और रोष फैल रहा है। पीड़ित कमलेश ने पुलिस की इस लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाई है और उन्होंने जिला कप्तान से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है।

समाज पर प्रभाव: इस प्रकार की घटनाओं का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जब कानून व्यवस्था कमजोर हो और पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की जाए, तो अपराधियों का मनोबल बढ़ता है और आम जनता में असुरक्षा की भावना पैदा होती है। ऐसे में समाज के हर व्यक्ति को यह महसूस होने लगता है कि उनका जीवन और संपत्ति सुरक्षित नहीं है, जो कि एक लोकतांत्रिक समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

निष्कर्ष: बरही थाना क्षेत्र के पथरहटा गांव में घटी इस चोरी की घटना ने पुलिस की निष्क्रियता और समाज में बढ़ते अपराध के खतरे को उजागर किया है। पीड़ित कमलेश विश्वकर्मा न्याय के लिए लगातार प्रयासरत हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई राहत नहीं मिली है। इस घटना से यह साफ हो जाता है कि समाज में कानून व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि आम जनता के बीच सुरक्षा और न्याय का विश्वास बहाल हो सके।

 अपराध

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