जलस्तर बढ़ने से पुल- पुलियों और नदी- नालों को पार न करने की अपील
written & edited by: Adil Aziz
कटनी, 4 अगस्त - कटनी जिले में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। जिले के कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे जलस्तर बढ़ने वाले पुल, पुलियों और नदी- नालों को पार करने से बचें। उनकी अपील का मकसद यह है कि किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि न हो और लोग सुरक्षित रहें।
जलस्तर में वृद्धि के कारण स्थिति
जिले में कई स्थानों पर बारिश के कारण जलस्तर में वृद्धि हुई है, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ है। विजयराघवगढ़ बरही मार्ग के हिनौता घाट में पानी लगभग 6-7 फुट पुल के ऊपर से बह रहा है, जिससे आवागमन बंद कर दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से पुल के दोनों ओर बैरिकेटिंग कर दी गई है। ग्राम कांटी में जलभराव की स्थिति निर्मित होने पर नाली की खुदाई कराकर पानी की निकासी की गई है।
ढीमरखेड़ा एस.डी.एम. विंकी सिंहमारे उइके ने बताया कि शाम तक ढीमरखेड़ा में नदियों का जलस्तर कम होने से गर्रा घाट से यातायात सामान्य हो गया। वहीं, ढीमरखेड़ा तहसीलदार अजय मिश्रा ने बताया कि घुघरा-घुघरी में जलस्तर बढ़ने के कारण बैरिकेटिंग की गई और मौके पर कोटवार की तैनाती की गई।
प्रभावित मार्ग
कटनी के विभिन्न मार्गों में जलस्तर बढ़ने के कारण आवागमन बंद कर दिया गया है। उमरिया पान में जलनिकासी हेतु जे.सी.बी. मशीन से खुदाई कर नाली से पानी निकाला गया। रीठी तहसीलदार आकांक्षा चौरसिया के मुताबिक बड़ी करहैया सर्किल बड़गांव में दोनों तरफ बैरिकेटिंग कर सुरक्षा की दृष्टि से आवागमन रोका गया है।
नायब तहसीलदार शशिभूषण सिंह ने बताया कि ग्राम जोबीखुर्द से जोबीकला कटनी नगर मार्ग में रपटा के ऊपर पानी का तेज बहाव होने के कारण बैरिकेटिंग की गई और लोगों को रपटा पर न जाने की समझाइश दी गई। बिलहरी के ग्राम बरखेरा से मुरावल मार्ग में पुलिया के ऊपर से पानी का तेज बहाव होने से पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण आवागमन रोक दिया गया है।
साथ ही बिलहरी से कैमारी संगम घाट में 10 से 12 फुट ऊपर पानी का भराव होने की वजह से आवागमन पर रोक लगाई गई है। दुगाडी नाला, रपटा नदी पुल में भी पानी के उफान की वजह से जलस्तर में उतार-चढ़ाव होता रहा और आवागमन बाधित रहा। तिलक राष्ट्रीय स्कूल घंटाघर मार्ग में भी पानी का भराव हो जाने से आवागमन बाधित रहा।
सतर्कता और सावधानी की अपील
कटनी जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे जलस्तर बढ़ने की स्थिति में पुल, पुलियों और नदी- नालों को पार करने से बचें। कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने कहा कि जलस्तर बढ़ने की स्थिति में कोई भी व्यक्ति अपनी जान जोखिम में न डाले। स्थानीय प्रशासन के कोटवार, पटवारी, होमगार्ड और पुलिस बल के साथ सहयोग करें और उनकी सलाह का पालन करें।
जलस्तर बढ़ने के कारण मार्गों में आवागमन अवरुद्ध हो सकता है और यह स्थिति किसी भी समय खतरनाक हो सकती है। इसलिए, प्रशासन की सलाह का पालन करें और अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
प्रभावित क्षेत्रों की सूची
कटनी जिले में कई प्रमुख मार्ग और क्षेत्र बारिश के कारण प्रभावित हुए हैं। विजयराघवगढ़ बरही मार्ग, हिनौता घाट, ग्राम कांटी, ढीमरखेड़ा, घुघरा-घुघरी, उमरिया पान, रीठी तहसील, बड़ी करहैया सर्किल, ग्राम जोबीखुर्द, बिलहरी, कैमारी संगम घाट, दुगाडी नाला, रपटा नदी पुल, तिलक राष्ट्रीय स्कूल घंटाघर मार्ग, बरही तहसील के ग्राम करचुल्हा खितौली उमरार नदी पुल, चंदिया उमरिया मार्ग, और ग्राम बगदरा भदार नदी के पुल पर आवागमन प्रभावित हुआ है।
भविष्य की सुरक्षा के उपाय
जिला प्रशासन ने भविष्य में होने वाली संभावित स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील की है। जलस्तर बढ़ने की स्थिति में प्रशासन की सलाह का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करें और उनकी सहायता प्राप्त करें।
निष्कर्ष
कटनी जिले में हो रही भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ा दिया है, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और जलस्तर बढ़ने की स्थिति में पुल, पुलियों और नदी- नालों को पार न करें। सुरक्षा की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण है कि सभी नागरिक प्रशासन की सलाह का पालन करें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें।
जलस्तर बढ़ने की स्थिति में सतर्कता और सावधानी ही सबसे बड़ा उपाय है। इसलिए, सभी नागरिकों से अपील है कि वे अपनी जान जोखिम में न डालें और सुरक्षित रहें।








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