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कटनी के व्यापारियों की बड़ी मांग: मुख्य रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव की मांग, नहीं तो होगा रेल रोको आंदोलन



written and edited by : Adil Aziz अगस्त 23, 2024

कटनी का मुख्य रेलवे स्टेशन, जो जिले का प्रमुख ट्रांसपोर्टेशन हब है, पिछले कुछ समय से स्थानीय व्यापारियों और आम जनता के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। क्षेत्रीय पार्षद एडवोकेट मौसूफ बिट्टू की अध्यक्षता में आयोजित व्यापारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक में यह मुद्दा उठाया गया। व्यापारियों ने एकजुट होकर मांग की है कि कटनी जंक्शन पर कुछ महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव होना चाहिए, जो फिलहाल बिना रुके गुजर जाती हैं। अगर यह मांग नहीं मानी गई, तो व्यापारियों ने रेल रोको आंदोलन का रास्ता अपनाने की चेतावनी दी है। इस बैठक में व्यापारिक समुदाय के कई प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे और सभी ने इस मांग को उचित ठहराया।

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मुख्य समस्या: ट्रेनों का नहीं होना ठहराव

कटनी जंक्शन, जो कि जिले का मुख्य रेलवे स्टेशन है, कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का गुजराव देखता है, लेकिन समस्या यह है कि ये ट्रेनें कटनी के मुख्य स्टेशन पर नहीं रुकतीं। इन ट्रेनों का ठहराव कटनी के अन्य दूर स्थित स्टेशनों, जैसे कि मुड़वारा-साउथ, पर होता है, जिससे स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

स्थानीय व्यापारी और निवासी इस समस्या से काफी समय से जूझ रहे हैं। उनके अनुसार, इस असुविधा के कारण न केवल उनके व्यापार पर असर पड़ रहा है, बल्कि आम लोगों को भी अनावश्यक रूप से दूर स्थित स्टेशनों तक यात्रा करनी पड़ रही है।

व्यापारियों की बैठक और प्रमुख मांगें

ईश्वर कृपा काम्प्लेक्स में आयोजित इस बैठक में मुख्य रूप से सफाई, यातायात व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था जैसी समस्याओं पर भी चर्चा की गई, लेकिन सबसे अहम मुद्दा ट्रेनों के ठहराव का था। पार्षद मौसूफ बिट्टू ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और सभी व्यापारियों को अवगत कराया कि इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द होना चाहिए।

मौसूफ बिट्टू ने इस बैठक में प्रस्ताव रखा कि कुछ प्रमुख ट्रेनों का ठहराव कटनी जंक्शन पर होना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि भले ही यह ठहराव थोड़े समय के लिए हो, लेकिन इसे लागू करना जरूरी है ताकि क्षेत्र के लोगों को राहत मिल सके। इस पर सभी व्यापारियों ने एक स्वर में समर्थन किया और इस मांग को जनहित में उचित ठहराया।

जनहित और व्यापारिक प्रभाव

इस बैठक में व्यापारियों ने इस मुद्दे को जनहित से जोड़ते हुए कहा कि अगर ट्रेनों का ठहराव कटनी के मुख्य स्टेशन पर होता है, तो इससे कई लाभ होंगे। सबसे पहले, स्टेशन रोड, बरही रोड, नई बस्ती, खिरहानी क्षेत्र, और दुबे कॉलोनी के निवासियों को अनावश्यक दूर स्थित स्टेशनों पर नहीं जाना पड़ेगा। इससे न केवल लोगों का समय और पैसा बचेगा, बल्कि उन्हें यात्रा में भी सुविधा होगी।

इसके अलावा, इस ठहराव से मुख्य स्टेशन रोड की चमक भी बढ़ेगी और स्थानीय व्यापार को भी नई दिशा मिलेगी। व्यापारियों का मानना है कि अगर ट्रेनों का ठहराव कटनी जंक्शन पर होगा, तो यहां की व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी और आमजनमानस को भी इसका लाभ मिलेगा।

आंदोलन की चेतावनी

बैठक के अंत में व्यापारियों ने निर्णय लिया कि इस मांग को उचित प्लेटफॉर्म पर पहले रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर यह मांग पूरी नहीं होती है, तो व्यापारी समुदाय आंदोलन का मार्ग अपनाएगा। इसमें रेल रोको आंदोलन भी शामिल हो सकता है, जो कि एक गंभीर कदम होगा।

इस निर्णय से यह स्पष्ट है कि कटनी के व्यापारी और निवासी इस मुद्दे को लेकर कितने गंभीर हैं। उन्होंने प्रशासन से इस मांग को शीघ्रता से पूरा करने की अपील की है, ताकि उन्हें आंदोलन का रास्ता न अपनाना पड़े।

प्रमुख व्यापारी और उनकी भागीदारी

इस बैठक में कटनी के कई प्रमुख व्यापारी उपस्थित रहे, जिनमें किशोर वाधवानी, सचिन तिवारी, गोलू मंगवानी, कमलेश पोपटानी, पवन केलवानी, विक्की होतवानी, किशोर रमानी, हीरा पोपटानी, मोहित गुप्ता, शमीम भाई, दिलीप भाशानी, अज्जू टोपनानी, टिप टॉप भाटिया जी आदि शामिल थे। इन सभी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए इस मांग को उचित और समय की आवश्यकता बताया।

कटनी के व्यापारियों और निवासियों के लिए यह समय संघर्ष का है। उनकी मांगें जनहित में हैं और अगर प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। स्थानीय व्यापारी अपने हक के लिए आवाज उठा रहे हैं और अगर उन्हें समय पर न्याय नहीं मिला, तो आंदोलन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। इस स्थिति में प्रशासन को इस मांग पर शीघ्रता से विचार करना चाहिए और कटनी जंक्शन पर ट्रेनों के ठहराव की व्यवस्था करनी चाहिए।


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