राहुल गांधी बोले-न्याय सबके लिए समान हो:पुणे एक्सीडेंट में एमपी के इंजीनियर्स की मौत पर कहा- ट्रक-बस ड्राइवर से निबंध नहीं लिखवाते?
पुणे हिट एंड रन केस में मध्यप्रदेश के दो इंजीनियर्स की मौत पर सांसद राहुल गांधी ने 'X' पर वीडियो शेयर किया। इसमें उन्होंने कहा, 'अगर ओला-उबर, ऑटो, बस और ट्रक ड्राइवर गलती से किसी को मार देते हैं तो 10 साल की सजा हो जाती है। अगर अमीर घर का लड़का पोर्शे कार से दो लोगों की हत्या कर देता है तो उससे सिर्फ निबंध लिखवाया जाता है। बस ड्राइवर से क्यों नहीं लिखवाया?' राहुल ने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा गया- दो भारत बन रहे हैं। एक अरबपतियों और दूसरा गरीबों का। उनका जवाब आता है- क्या मैं सबको गरीब बना दूं? सवाल ये नहीं। सवाल ये है कि अमीरों और गरीबों... दोनों को न्याय मिलना चाहिए इसलिए हम लड़ रहे हैं। अन्याय के खिलाफ लड़ रहे हैं।' दरअसल, 18 मई की रात 2.15 बजे पुणे में बाइक सवार अश्विनी कोष्टा और अनीश अवधिया को हाई स्पीड पोर्शे कार ने कुचल दिया था। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। अश्विनी जबलपुर और अनीश उमरिया का रहने वाला था। कार पुणे के बिल्डर का नाबालिग बेटा चला रहा था। वह नशे में था। किशोर न्याय बोर्ड की कोर्ट ने नाबालिग को घटना के 15 घंटे के अंदर ही जमानत दे दी। उसे दुर्घटनाओं पर निबंध लिखने के लिए कहा गया। मंगलवार सुबह पुलिस ने नाबालिग के पिता बिल्डर विशाल अग्रवाल को संभाजीनगर से गिरफ्तार किया। जिस बार में नाबालिग ने शराब पी थी, उसके ओनर और मैनेजर को भी अरेस्ट किया गया है। अश्विनी और अनीश के शव सोमवार देर शाम घर पहुंचे। दोनों की उम्र 25 साल थी। मातम भरे माहौल में मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। परिवार में सबसे छोटी और लाड़ली थी अश्विनी अश्विनी की फैमिली जबलपुर के साकार हिल्स में रहती है। परिवार में सबसे छोटी होने की वजह से वे सबकी लाड़ली थी। घरवाले उन्हें आशी कहकर बुलाते थे। बड़े भाई सम्प्रित बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पिता सुरेश कोष्टा जबलपुर में बिजली विभाग में कार्यालय सहायक हैं। मां, पिता और भाई के आंसू नहीं थम रहे। अश्विनी 2 साल से पुणे में थीं। इससे पहले अमेजन कंपनी में थी। स्विच कर जॉनसन कंट्रोल कंपनी जॉइन की थी। 14 जनवरी को बर्थडे सेलिब्रेट करने जबलपुर आई थी। एक माह पहले घर आया था अनीश अनीश उमरिया जिले के बिरसिंहपुर पाली के रहने वाले थे। अनीश की मौत के बाद मां, दादी बार-बार बेहोश हो जा रही हैं। वह एक माह पहले घर आया था। कंपनी से फोन आने के बाद वापस पुणे चला गया था। अनीश ने ग्रेजुएशन पुणे से किया और यहीं जॉब लग गई। अनीश के छोटे भाई देवेश अवधिया ने नम आंखों से बड़े भाई को मुखाग्नि दी। देवेश भाई के साथ पुणे में रहकर पढ़ाई कर रहा था। देवेश ने बताया कि अनीश ने घर में अपने लिए कमरे का रीनोवेशन कराया था। परिजन बोले- लड़के, उसके पेरेंट्स को सजा मिले पिता सुरेश कोष्टा ने कहा, 'बच्चे को कार दे दी, यह गलत है। हमारे बच्चे जब तक बालिग नहीं हुए, हमने उन्हें गाड़ी नहीं दी। भाई सम्प्रित ने बताया, 'अश्विनी ने पुणे से ही पढ़ाई की थी, फिर वहीं जॉब करने लगी। आखिरी बात पापा से हुई थी। उसने बताया था कि पार्टी में जाएंगे। उसी दिन रात हादसे की खबर आई।' अश्विनी के बड़े पापा जुगल किशोर कोष्टा ने कहा, 'बहुत प्रतिभाशाली बच्ची थी। हम सदमे में हैं, अपने दुख को शब्दों में बयान नहीं कर सकते। कार ड्राइवर पर तो कार्रवाई होना ही चाहिए, उसके पेरेंट्स पर भी एक्शन होना चाहिए। बिल्डर पुणे का नामी है, इसीलिए उसके बेटे को शायद 15 घंटे में बेल मिल गई।' अश्विनी के मामा ने कहा, 'यही चाहूंगा कि लड़के की बेल खारिज हो, उसे सख्त से सख्त सजा मिले।' अनीश के दादा आत्माराम अवधिया ने आरोपी को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। पब से पार्टी कर लौट रहा था बिल्डर का बेटा पुणे में कार बिल्डर का 17 साल 8 महीने का बेटा चला रहा था। वह 12वीं में पास होने की खुशी में दोस्तों के साथ पब से पार्टी कर घर लौट रहा था। कोर्ट (किशोर न्याय बोर्ड) ने नाबालिग को घटना के 15 घंटे के अंदर ही जमानत दे दी। नाबालिग के वकील प्रशांत पाटिल ने कहा कि कोर्ट ने शर्त रखी है कि लड़के को 15 दिन के लिए यरवदा में ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करना होगा। दुर्घटनाओं पर एक निबंध लिखना होगा। शराब पीने की आदत का इलाज और काउंसिलिंग करानी होगी। पोर्शे की रफ्तार 200 किमी/घंटा थी प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार की टक्कर से अश्विनी हवा में कई फीट उछलकर जमीन पर आ गिरी थी। उनके कलीग पास खड़ी दूसरी कार में जा टकराए थे। लोगों ने ये भी बताया कि घटना की जानकारी मिलने के 15 मिनट के अंदर पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। हम लोगों ने कार सवार लड़कों को पकड़ा। वे नशे में थे। एक लड़का भाग गया था। घटना के वक्त उनकी कार की स्पीड 200 किमी प्रति घंटे थी। पुलिस के मुताबिक, कार पर नंबर प्लेट नहीं थी। कार सवार नशे में थे। टक्कर के कारण कार के एयरबैग खुल गए थे। पुलिस कमिश्नर को सस्पेंड किया जाना चाहिए शिवसेना (उद्धव गुट) नेता व राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, 'पुणे पुलिस कमिश्नर को सस्पेंड किया जाना चाहिए। उन्होंने आरोपी को बचाने की कोशिश की है। लड़के को 2 घंटे में बेल मिल गई। मेडिकल रिपोर्ट नेगेटिव आई, जबकि शराब पीने के वीडियो सामने आए हैं। कौन मदद कर रहा है?' पुलिस ने कहा- आरोपी को वयस्क मानकर केस चलाने की मांग की पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा कि हमने अदालत से आग्रह किया था कि आरोपी के साथ वयस्क जैसा व्यवहार किया जाए, क्योंकि यह जघन्य अपराध है। हमने नाबालिग की हिरासत की मांग की है। हम कोर्ट के आदेश के खिलाफ सेशन कोर्ट जाएंगे। पुलिस कमिश्नर ने आगे कहा कि पीड़ितों में से एक के दोस्त की शिकायत के बाद पुलिस ने नाबालिग पर आईपीसी 304 (लापरवाही) के तहत मामला दर्ज किया है। उनका ब्लड टेस्ट भी कराया गया था, लेकिन रिपोर्ट आने के पहले ही कोर्ट ने उसे जमानत दे दी। मामले की जांच एडिशनल कमिश्नर लेवल के अधिकारी कर रहे हैं। केस को और मजबूत बनाया जा रहा है। कार चला रहे नाबालिग का पिता, पब के मालिक-मैनेजर गिरफ्तार मामले में पुणे पुलिस ने नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल को छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा जिस पब में नाबालिग ने शराब पी थी, उसके मालिक और मैनेजर को भी अरेस्ट कर लिया। तीनों को 24 मई के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है। विशाल अग्रवाल शहर के नामी बिल्डर हैं। पुणे के एक्साइज डिपार्टमेंट के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ने कोजी बार और ब्लैक बार को सील कर दिया है, जिन्होंने नाबालिग आरोपी को शराब सर्व की थी। कार मार्च से बिना रजिस्ट्रेशन के चल रही थी आरोपी के पिता ने इलेक्ट्रिक लग्जरी स्पोर्ट्स सेडान पोर्शे कार मार्च में बेंगलुरु के एक डीलर से खरीदी थी। डीलर ने टेम्परेरी रजिस्ट्रेशन के बाद यह कार विशाल को सौंप दी, लेकिन जरूरी फीस नहीं देने के कारण उसका रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं हो सका था। RTO के अधिकारी संजीव भोर के मुताबिक यह कार मालिक की जिम्मेदारी थी कि वह रजिस्ट्रेशन करवाए। गाड़ी पुणे RTO ऑफिस में जांच के लिए आई थी, लेकिन फीस नहीं भरे जाने के कारण उसे रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं दिया गया। भारत में इस कार की कीमत 1.61 करोड़ से लेकर 2.44 करोड़ रुपए है। 15 घंटे में आरोपी को जमानत मिल गई थी जुवेनाइल बोर्ड ने आरोपी नाबालिग को 15 घंटे के अंदर जमानत दे दी थी। अभी उसकी उम्र 17 साल 8 महीने है। पुणे पुलिस ने कहा है कि उन्होंने बोर्ड से आरोपी पर वयस्क के रूप में केस चलाने की परमिशन मांगी थी, लेकिन याचिका खारिज कर दी गई। पुलिस इसके खिलाफ अब सेशन कोर्ट में अपील करेगी। आरोपी पब में पार्टी करके लौट रहा था नाबालिग आरोपी 18 मई की रात अपने दोस्तों के साथ 12वीं पास करने की खुशी में पब से पार्टी करके वापस घर जा रहा था। रात करीब 2.15 बजे कार ने बाइक सवारों को टक्कर मारी थी। घटना के दौरान आसपास के लोगों ने बताया- सकरी सड़क पर कार 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरी और एक बाइक को टक्कर मारते हुए आगे जाकर रुक गई। एयरबैग खुल गए, इसलिए भाग नहीं पाए पुलिस ने बताया कि पोर्शे कार पर नंबर प्लेट नहीं थी। कार सवार नशे में थे। टक्कर के कारण कार के एयरबैग खुल गए थे। आगे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था, इसलिए आरोपी वहां से भाग नहीं पाए और मजबूरन उन्हें कार रोकनी पड़ी। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने लड़कों को पकड़ा। जब लोग एक को पीट रहे थे, इस दौरान दूसरा वहां से भाग गया। ये खबरें भी पढ़ें... पुणे हिट एंड रन में उमरिया के युवक की मौत: आज हुआ अंतिम संस्कार पुणे में हिट एंड रन में मारे गए उमरिया के बिरसिंहपुर पाली के इंजीनियर अनीश अवधिया का आज अंतिम संस्कार किया गया। अनीश सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। शनिवार की रात पुणे में एक तेज रफ्तार कार ने अनीश समेत दो बाइक सवारों को कुचल दिया था। पूरी खबर पढ़ें... बस ने बाइक सवार को मारी टक्कर: सड़क पर घिसटता चला गया युवक, मौत बड़वानी जिले के बड़ौदा खंडवा हाइवे पर मंगलवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे बस ने बाइक को टक्कर मार दी। बाइक सवार सड़क पर घिसटता चला गया। उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। ड्राइवर बस लेकर वहां से फरार हो गया। अब घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। पूरी खबर पढ़ें...
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