कटनी नगर निगम सम्मेलन में जनता पर कर बोझ का विरोध, वरिष्ठ पार्षद मौसूफ बिट्टू का तीखा हमला
दिनांक: 18 जून 2025, बुधवार
✍️ लेखक एवं संपादक: आदिल अज़ीज़
कटनी, मध्य प्रदेश – बुधवार 18 जून 2025 को नगर पालिक निगम कटनी की परिषद बैठक में उस समय सियासी गर्मी देखने को मिली जब वरिष्ठ पार्षद और पूर्व नेता प्रतिपक्ष एडवोकेट मौसूफ बिट्टू ने बैठक की शुरुआत में ही निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली पर कड़ा ऐतराज जताया।
बिट्टू ने बैठक में मौजूद सभी पार्षदों और अधिकारियों के समक्ष कहा कि जब जनता को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं दी जा रही हैं, तो ऐसे में करों की बढ़ोतरी करना पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा – "जनता पर अनावश्यक कर अधिरोपित करना सरासर गलत है।"
❌ बजट की संशोधित प्रति नहीं दी गई, सभी प्रस्ताव खारिज
बैठक की शुरुआत होते ही मौसूफ बिट्टू ने आपत्ति जताई कि परिषद सदस्यों को बजट की संशोधित प्रति नहीं दी गई है। उन्होंने प्रशासन पर पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया और प्रस्तावों पर सवालों की झड़ी लगा दी। एक-एक करके सभी बजट प्रस्तावों को खारिज कर दिया गया क्योंकि उनमें गंभीर त्रुटियां पाई गईं।
बिट्टू ने कहा, "जब नगर निगम जनता को पीने का पानी, स्वच्छता, सड़क मरम्मत जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं दे पा रहा है तो किस आधार पर कर वृद्धि का प्रस्ताव लाया जा रहा है?"
उनके तर्कों का समर्थन करते हुए परिषद ने सर्वसम्मति से इन प्रस्तावों को गिरा दिया।
🕒 "अधिकारियों की तैयारी नहीं, सदन का समय बर्बाद"
वरिष्ठ पार्षद ने इस बात पर भी नाराज़गी जताई कि नगर निगम अधिकारी बिना पूरी तैयारी के परिषद में आ जाते हैं जिससे न केवल पार्षदों का बल्कि जनता का समय भी व्यर्थ होता है।
उन्होंने कहा कि प्रस्तावों में हर बार खामियां होती हैं और इन्हें जनता के हित के खिलाफ तरीके से तैयार किया जाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसी बैठकें तभी बुलाई जाएं जब प्रशासन के पास ठोस और स्पष्ट नीतियां हों जो सीधे जनता के हित में हों।
🙏 कर्मचारियों के दुर्गा उत्सव पंडाल के लिए राशि बढ़ाने की मांग
बैठक में मौसूफ बिट्टू ने नगर निगम कर्मचारियों के लिए दशहरा पर्व के दौरान स्थापित किए जाने वाले दुर्गा पंडाल हेतु दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाने का भी प्रस्ताव रखा।
उन्होंने बताया कि यह पंडाल साधु राम स्कूल परिसर में स्थापित होता है और इसमें निगमकर्मियों की मेहनत शामिल होती है। उनकी मांग को परिषद में उपस्थित सभी सदस्यों ने समर्थन दिया और यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गया।
🤔 कर नहीं, जवाबदेही जरूरी
बिट्टू का कहना था कि हर बार जनता पर कर लादकर नगर निगम अपने कर्तव्यों से बचने की कोशिश करता है, जबकि वास्तविकता यह है कि निगम अपने कर्मचारियों तक को सुविधाएं नहीं दे पा रहा है।
उन्होंने कहा – "जब निगम के अधिकारी और कर्मचारी ही व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हैं, तो जनता से कर वसूलना दोहरी नाइंसाफी है। पहले प्रशासन को अपनी जवाबदेही तय करनी चाहिए फिर जनता से अपेक्षा करें।"
📢 पारदर्शिता और जनहित की मांग
बैठक का समापन करते हुए मौसूफ बिट्टू ने यह स्पष्ट किया कि वे हर बार जनहित के मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाते रहेंगे। उन्होंने परिषद से मांग की कि पारदर्शिता, जवाबदेही और प्रभावशाली जननीति को प्राथमिकता दी जाए।
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कटनी नगर निगम की इस परिषद बैठक में एक बार फिर यह साबित हुआ कि जब विपक्ष सक्रिय होता है तो लोकतंत्र की प्रक्रिया भी गतिशील होती है। एडवोकेट मौसूफ बिट्टू ने न केवल बजट में गड़बड़ियों को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि जनप्रतिनिधि यदि चाहें तो जनहित के मुद्दों पर प्रशासन को मजबूर कर सकते हैं।
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📅 दिनांक: बुधवार, 18 जून 2025
✍️ लेखक एवं संपादक: आदिल अज़ीज़
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