विजयराघवगढ़ में भारत शौर्य तिरंगा यात्रा: देशभक्ति और सैन्य पराक्रम का भव्य उत्सव
ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता पर विजयराघवगढ़ में निकली भारत शौर्य तिरंगा यात्रा, उमड़ा जनसैलाब📍
✍️ लेखक एवं संपादक: आदिल अज़ीज़
स्थान: विजयराघवगढ़, कटनी
📅 तिथि:21 मई, बुधवार
✨ भारत शौर्य तिरंगा यात्रा: राष्ट्रभक्ति का प्रतीक
कटनी जिले के ऐतिहासिक नगर विजयराघवगढ़ में बुधवार को एक ऐतिहासिक और भावनात्मक दृश्य देखने को मिला, जब हजारों की संख्या में नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिक प्रतिनिधि और पूर्व सैनिक एकत्रित होकर 'भारत शौर्य तिरंगा यात्रा' में सम्मिलित हुए। इस आयोजन का उद्देश्य था भारतीय सेना द्वारा हाल ही में पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों और सैन्य अड्डों पर की गई सफल कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ की उपलब्धि को सम्मानित करना और देश के वीर जवानों के शौर्य को नमन करना।
यात्रा का आरंभ ऐतिहासिक किले से
शाम 5 बजे विजयराघवगढ़ के ऐतिहासिक किले से यह यात्रा प्रारंभ हुई। यात्रा का मार्ग संकटमोचन मंदिर चौराहा, मुख्य बाजार, आजाद चौक से होते हुए जनपद पंचायत कार्यालय के सामने जाकर समाप्त हुआ। इस दौरान पूरे नगर में देशभक्ति की भावना चरम पर थी। “भारत माता की जय”, “भारतीय सेना जिंदाबाद” जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा।
🌸 पुष्पवर्षा से हुआ स्वागत
नगरवासियों ने जगह-जगह तिरंगा यात्रा का भव्य स्वागत किया। बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने घरों से बाहर आकर पुष्पवर्षा के साथ सेना के समर्थन में अपनी भावना व्यक्त की। कई स्थानों पर स्थानीय दुकानदारों ने शीतल जल और प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी की, जिससे यह यात्रा एक जन-आंदोलन जैसी प्रतीत हुई।
🎙️ विधायक संजय पाठक ने किया संबोधन
यात्रा के समापन पर आयोजित सभा में विधायक संजय पाठक ने कहा,
"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना द्वारा किया गया ऑपरेशन सिन्दूर देश की सैन्य शक्ति का परिचायक है। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की भावनाओं और संकल्पों की जीत है। विजयराघवगढ़ की जनता ने इस यात्रा में भाग लेकर यह सिद्ध कर दिया है कि वे राष्ट्र की रक्षा में सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।"
👥 भाग लेने वालों की लिस्ट: एकता का परिचायक
इस यात्रा में जनप्रतिनिधियों से लेकर आम नागरिकों तक, सभी वर्गों का उत्साहपूर्वक सहभाग रहा। यात्रा में भाग लेने वालों में प्रमुख रूप से निम्नलिखित नाम शामिल थे:
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नगर परिषद अध्यक्ष वसुधा मिश्रा,
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मनीषा शर्मा,
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पीयूष अग्रवाल,
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जनपद पंचायत अध्यक्ष सुधा कोल, सुधा जायसवाल,
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डायरेश्वर पाठक,
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उदय राज सिंह,
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मनीष मिश्रा,
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रंगलाल पटेल,
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राकेश गुप्ता,
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यश पाठक,
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श्रीराम सोनी,
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विवेक सिंह बघेल,
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प्रमोद सोनी,
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अरुण पटेल,
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भवानी मिश्रा,
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नूर मोहम्मद सिद्दकी,
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जयवंत सिंह चौहान,
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अजय शर्मा,
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संतोष केवट,
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हरिओम बर्मन,
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संजय मिश्रा,
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राजेन्द्र गुप्ता,
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सुरेश पारौहा,
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अनिल शर्मा,
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अरविंद बड़गैया,
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राजा उर्मलिया,
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विनोद मिश्रा,
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बलराम गुप्ता,
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विद्धू शर्मा,
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दिप्पू बड़गैया,
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प्रीतेश पांडे,
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नमित गौवर आदि।
साथ ही बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स, सेवानिवृत्त सैनिक, सामाजिक संगठन, धार्मिक संस्थाएं और राजनीतिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
🔥 ऑपरेशन सिन्दूर: भारतीय सेना की वीरता की कहानी
ऑपरेशन सिन्दूर, भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई लक्षित कार्रवाई थी। इस ऑपरेशन में न केवल आतंकी अड्डों को नष्ट किया गया, बल्कि पाकिस्तान की सेना के भी कई अड्डों को ध्वस्त किया गया। यह कार्रवाई, पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना की रणनीतिक प्रतिक्रिया थी, जो देश की सुरक्षा नीति की दृढ़ता को दर्शाती है।
इस ऑपरेशन की सफलता ने समूचे देश में जोश और गर्व की भावना को जागृत किया है, और इसी भावना का प्रमाण है विजयराघवगढ़ में आयोजित यह तिरंगा यात्रा।
🌍 सामाजिक समरसता और राष्ट्र प्रेम का संदेश
यात्रा में सभी वर्गों, जातियों और समुदायों के नागरिकों ने मिलकर हिस्सा लिया, जिससे सामाजिक एकता और राष्ट्रीय एकजुटता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत हुआ। यह आयोजन केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि एक संदेश था —
"देश पहले, बाकी सब बाद में।"
📸 यात्रा की झलकियाँ
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हजारों तिरंगे हाथों में लिए नागरिक
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बच्चों में देशभक्ति का जोश
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भव्य झांकियाँ और बैंड प्रदर्शन
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देशभक्ति गीतों से गूंजता वातावरण
✅ भारत शौर्य तिरंगा यात्रा विजयराघवगढ़ के नागरिकों की देशभक्ति, एकता और सेना के प्रति असीम सम्मान का प्रतीक बनी। यह आयोजन न केवल ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता का उत्सव था, बल्कि यह संकल्प भी था कि देश की रक्षा के लिए प्रत्येक नागरिक सदैव तत्पर है।
इस ऐतिहासिक यात्रा ने यह सिद्ध कर दिया कि भारत की आत्मा उसकी जनता में बसती है — जो हर परिस्थिति में अपने सैनिकों और अपने तिरंगे के साथ खड़ी है।
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