शहर के वरिष्ठ अधिवक्ता एवम हाॅकी संरक्षक एडवोकेट सुधाकर चतुर्वेदी (मुन्नू भैया) अब हमारे बीच नहीं रहे
written and edited by : Adil Aziz अगस्त 15, 2024
Introduction:
शहर के प्रख्यात अधिवक्ता और हाॅकी के संरक्षक, एडवोकेट सुधाकर चतुर्वेदी, जिन्हें प्यार से 'मुन्नू भैया' के नाम से जाना जाता था, अब हमारे बीच नहीं रहे। उनकी अंतिम यात्रा कल सुबह 10 बजे, 16 अगस्त दिन शुक्रवार को उनके निज बंगले से मुक्तिधाम के लिए रवाना होगी। यह खबर सुनते ही शहर में शोक की लहर दौड़ गई है।
एडवोकेट सुधाकर चतुर्वेदी का जीवन और योगदान:
एडवोकेट सुधाकर चतुर्वेदी ने अपने जीवन में अनेकों उपलब्धियां हासिल की। उन्होंने न केवल एक सफल अधिवक्ता के रूप में शहर में अपनी पहचान बनाई, बल्कि हाॅकी के क्षेत्र में भी उनका योगदान अतुलनीय रहा। वह अपने निस्वार्थ सेवा, ज्ञान, और परोपकार के लिए जाने जाते थे।
उनका जीवन न केवल कानून की किताबों में बंधा था, बल्कि उन्होंने खेल की दुनिया में भी अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने शहर के युवाओं को खेल के प्रति प्रोत्साहित किया और कई युवा खिलाड़ियों के मार्गदर्शक बने। उनके निर्देशन में कई खिलाड़ियों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर खेल में उत्कृष्टता हासिल की।
शहर के लिए उनकी महत्वता:
एडवोकेट सुधाकर चतुर्वेदी का शहर के प्रति समर्पण किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने हमेशा सामाजिक और खेल गतिविधियों में हिस्सा लिया और शहर के विकास के लिए अपने विचार और सुझावों के साथ योगदान दिया। वह एक ऐसे व्यक्ति थे जिनकी कमी अब शहर में सदैव खलेगी।
उनका मानना था कि खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक और नैतिक विकास के लिए भी आवश्यक है। इसी सोच के तहत उन्होंने हाॅकी को बढ़ावा दिया और इस खेल के विकास में अहम भूमिका निभाई।
उनके निधन पर शहर में शोक
उनके निधन की खबर सुनकर शहर में शोक की लहर दौड़ गई है। शहरवासियों के बीच वे हमेशा ही एक प्रेरणा स्रोत रहे हैं। उनके द्वारा किए गए कार्यों और उनकी विचारशीलता ने उन्हें शहर के प्रत्येक नागरिक के दिल में एक विशेष स्थान दिलाया।
शहर के लोग उन्हें हमेशा एक सच्चे मार्गदर्शक और समाजसेवी के रूप में याद रखेंगे। उनके निधन से ना केवल शहर ने एक महान अधिवक्ता को खो दिया है, बल्कि एक सच्चे संरक्षक को भी खोया है।
अंतिम यात्रा का विवरण:
उनकी अंतिम यात्रा कल सुबह 10 बजे, 16 अगस्त दिन शुक्रवार को उनके निज बंगले से मुक्तिधाम के लिए रवाना होगी। यह यात्रा उनके बंगले से प्रारंभ होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए मुक्तिधाम पहुंचेगी, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
एडवोकेट सुधाकर चतुर्वेदी का निधन शहर के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके जीवन और योगदान को याद करते हुए, हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
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