शिव महापुराण कथा, पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं रूद्राभिषेक: 7 अगस्त से कटनी में विशाल धार्मिक आयोजन
written & edited by : Adil Aziz
कटनी, 7 अगस्त: पवित्र श्रावण माह के अवसर पर कटनी में शिवभक्तों द्वारा विशाल धार्मिक आयोजन की तैयारी शुरू हो चुकी है। आगामी 7 अगस्त से 15 अगस्त तक झूलेलाल धर्मशाला, चड्डा कॉलेज के सामने शिव महापुराण कथा, पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं रूद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन क्षेत्र के समस्त श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष धार्मिक अवसर है।
कलश यात्रा से होगा शुभारंभ
इस धार्मिक आयोजन का शुभारंभ 7 अगस्त को दोपहर 3 बजे कलश यात्रा से होगा। यह यात्रा श्री रामजानकी मंदिर, आधारकॉप से शुरू होकर प्रमुख मार्गों का भ्रमण करते हुए कथा स्थल पर समाप्त होगी। कलश यात्रा में श्रद्धालु पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होंगे और पूरे शहर में धार्मिक वातावरण का संचार करेंगे।
शिवलिंग पूजन एवं कथा का समय
शिवलिंग पूजन का आयोजन प्रतिदिन सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगा। इसमें श्रद्धालु पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर शिवलिंग की पूजा करेंगे। यह पूजा विशेष मंत्रोच्चार और विधि-विधान से संपन्न की जाएगी।
कथा का समय दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। इस दौरान आचार्य पुष्पेन्द्र त्रिपाठी महाराज द्वारा शिव महापुराण कथा का श्रवण कराया जाएगा। कथा में शिवजी की महिमा, उनके विभिन्न अवतारों और लीलाओं का वर्णन होगा। श्रद्धालु आचार्य महाराज के प्रवचनों से आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करेंगे और शिवभक्ति में लीन होंगे।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण
1. कलश यात्रा
7 अगस्त को दोपहर 3 बजे से शुरू होकर यह यात्रा प्रमुख मार्गों से होते हुए कथा स्थल पर पहुंचेगी।
2. शिवलिंग पूजन
प्रतिदिन सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक पार्थिव शिवलिंग का निर्माण और पूजन किया जाएगा।
3. शिव महापुराण कथा
आचार्य पुष्पेन्द्र त्रिपाठी महाराज द्वारा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक कथा का श्रवण कराया जाएगा।
4. विशाल भंडारा
16 अगस्त को हवन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन होगा, जिसमें क्षेत्र के समस्त श्रद्धालु शामिल होंगे।
धार्मिक आयोजन की तैयारी
आयोजन समिति ने धार्मिक आयोजन की तैयारी पूरी कर ली है। कथा स्थल को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। समिति के सदस्यों ने क्षेत्र के समस्त श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे इस धार्मिक आयोजन में पहुंचकर पुण्यलाभ अर्जित करें। समिति ने यह भी सुनिश्चित किया है कि आयोजन स्थल पर सभी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की जाए, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
धार्मिक महत्व
श्रावण माह को हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह में भगवान शिव की पूजा और व्रत का विशेष महत्व होता है। शिव महापुराण कथा और पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं रूद्राभिषेक जैसे आयोजन इस माह को और भी पवित्र और धार्मिक बनाते हैं। श्रद्धालु इन आयोजनों में शामिल होकर शिवजी की कृपा प्राप्त करते हैं और अपने जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं।
आयोजन का उद्देश्य
इस विशाल धार्मिक आयोजन का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के श्रद्धालुओं को एक मंच पर लाना और उन्हें भगवान शिव की महिमा से अवगत कराना है। इसके साथ ही, धार्मिक आयोजनों के माध्यम से समाज में एकता और भाईचारे का संदेश फैलाना भी इस आयोजन का महत्वपूर्ण उद्देश्य है।
श्रद्धालुओं का योगदान
आयोजन समिति ने क्षेत्र के समस्त श्रद्धालुओं से इस धार्मिक आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है। श्रद्धालुओं के सहयोग से ही इस विशाल आयोजन को सफल बनाया जा सकता है। समिति ने यह भी कहा है कि श्रद्धालु आयोजन स्थल पर साफ-सफाई का ध्यान रखें और धार्मिक वातावरण को बनाए रखें।
समापन समारोह
16 अगस्त को इस धार्मिक आयोजन का समापन हवन और विशाल भंडारे के साथ होगा। हवन में विशेष मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ आहुति दी जाएगी। इसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन होगा, जिसमें श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करेंगे।
निष्कर्ष
कटनी में आयोजित होने वाला यह धार्मिक आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष अवसर है। शिव महापुराण कथा, पार्थिव शिवलिंग निर्माण और रूद्राभिषेक के माध्यम से श्रद्धालु भगवान शिव की महिमा से अवगत होंगे और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करेंगे। समिति ने सभी श्रद्धालुओं से इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने और पुण्यलाभ अर्जित करने का आग्रह किया है। इस आयोजन के माध्यम से समाज में धार्मिकता और एकता का संदेश भी प्रसारित होगा।








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