मानवाधिकार आयोग ने कलेक्टर से मांगा जवाब:हाई स्कूल में सरपंच ने लगाया था ताला, खजूरी देवड़ा गांव का मामला
2 दिन पहले (शनिवार) खजूरी देवड़ा गांव के हाई स्कूल में सरपंच ने ताला डाल दिया था। सोमवार को इस मामले का संज्ञान मप्र मानवाधिकार आयोग ने लिया है। आयोग ने रतलाम कलेक्टर से 1 महीने में जवाब मांगा है। आयोग ने अपने पत्र में कहा कि खजूरी देवड़ा के हायर सेकेंडरी स्कूल में 200 से अधिक बच्चे पढ़ाई के लिए आते हैं। लेकिन इनको पढ़ाने के लिए यहां केवल एक ही टीचर है। स्कूल में गरीब वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। टीचरों की कमी की शिकायत कई बार की गई। लेकिन मामले में न तो शिक्षा विभाग ने संज्ञान लिया और न ही जनप्रतिनिधियों ने। आयोग ने बच्चों के शिक्षा से जुड़े मौलिक अधिकारों का संरक्षण करने के संबंध में प्रतिवेदन मांगा है। स्कूल में टीचर नहीं होने से सरपंच ने लगाया था ताला सरपंच प्रेमलता ईश्वर परमार ने शनिवार को कहा था कि स्कूल में शिक्षक नहीं होने से बच्चे शिक्षा से वंचित रह रहे हैं। 2011 से स्कूल में स्थायी तौर पर शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है। 2012 से 2020 तक एक शिक्षक के भरोसे स्कूल चला है। वहीं 2020 से जून 2024 तक भी कोई स्थायी शिक्षक नियुक्त नहीं किया गया। 2023 में भी स्कूल प्रभारी शिक्षक के भरोसे ही चला। इस साल अब तक टीचर पदस्थ नहीं हो पाया है। स्कूल में 2013-14 में 350 से अधिक स्टूडेंट्स अध्ययनरत थे, जो घटकर अब सिर्फ 200 रह गए हैं।
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