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जल स्तर बढ़ने पर कटनी नदी में खतरे का अलर्ट: निगमाध्यक्ष पाठक देर रात 2:30 बजे मोहन घाट पहुंचे

 

लेखक एवं संपादक: आदिल अज़ीज़
ईमेल: publicnewsviews1@gmail.com

एलर्ट मोड पर रहना अति आवश्यक, निचले स्तर की बस्तियों को समय पर खाली कराने एवं बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर पूर्व से तैयार रहने की अपील - मनीष पाठक

कटनी नदी में लगातार बढ़ रहे जल स्तर का देर रात मोहन घाट पर लिया जायजा



कटनी, 24 जुलाई 2024 - नगरपालिक निगम कटनी के अंतर्गत बहने वाली जीवनदायिनी कटनी नदी के मोहन घाट में देर रात 2 बजे निगामाध्यक्ष  मनीष पाठक ने नदी का जल स्तर देखने पहुंचे। दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण कटनी नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है। नगराध्यक्ष मनीष पाठक ने बढ़ते जल स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एलर्ट मोड में रहना आवश्यक है। बढ़ते हुए जल स्तर को नजरअंदाज करना हानिकारक हो सकता है। प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी करते हुए वैकल्पिक व्यवस्थाएं पूर्व से तैयार रहनी चाहिए।

अधिकारियों से की दूरभाष पर चर्चा, सुरक्षा के लिए पूर्व से रहें तैयार

सागर पुल 

निगामाध्यक्ष मनीष पाठक ने देर रात 2 बजे मोहन घाट पहुंचकर नदी के बढ़ते जल स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए सुरक्षा के इंतजाम के संबंध में कटनी एसडीएम मिश्रा से दूरभाष पर चर्चा की। आपदा प्रबंधन दल की जानकारी लेते हुए संबंधितों को तत्काल स्थल पर उपस्थित कराने की बात कही। इसके उपरांत नगर आयुक्त से दूरभाष पर चर्चा करते हुए बाढ़ प्रबंधन और जन जीवन की सुरक्षा के दृष्टिगत जारी तैयारियों के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर पूर्व से नगर प्रशासन को चौकन्ना रहने हेतु निर्देशित किया। वहीं कटनी कोतवाली टीआई शर्मा से दूरभाष पर चर्चा करते हुए निचले स्तर की बस्तियों को आवश्यकता पड़ने पर खाली कराने हेतु पूर्व से तैयार रहने की बात कही। पाठक ने कहा कि बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित होने पर जन-धन की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए हमें पूर्व से एलर्ट मोड में रहना आवश्यक है।

बाढ़ नियंत्रण कक्ष पहुंचकर कर्मचारियों से की चर्चा

नगरपालिक निगम कटनी द्वारा बारिश के मौसम में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है, जो नदी के जल स्तर बढ़ने पर पूरी निगरानी रखते हैं। पाठक देर रात 2:30 बजे मोहन घाट से सीधे नगर निगम कार्यालय में स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष पहुंचे। वहां उपस्थित कर्मचारियों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रभावित होने वाले क्षेत्रों की निगरानी लगातार करें। नदी के बढ़ते जल स्तर को अनदेखा करना हो सकता है हानिकारक।

इस दौरान दानिश अहमद सहित स्थानीय नागरिकों की उपस्थिति रही।

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