साढ़े चार करोड़ का मिला सड़ा हुआ गेंहू:राघव वेयरहाउस में प्रशासन का छापा ,तीन सस्पेंड; कलेक्टर बोले-कई पर गिरेगी कार्रवाई की गाज
जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना के निर्देश पर शहपुरा तहसीलदार ने राघव वेयर हाउस का निरीक्षण किया। इस दौरान वेयर हाउस में भारी अनियमितता के साथ हजारों क्विंटल सड़ा हुआ और घुन लगा गेहूं मिला। ताजुब की बात तो यह है कि वेयर हाउस में बड़ी ही चालाकी से नए गेहूं के बीच में पुराना गेहूं का स्टॉक रख दिया गया था। जिसके चलते किसी की नजर उस पर ना पड़े। तहसीलदार की रिपोर्ट पर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने तीन कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया है, जबकि कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने को वेयर हाउस कारपोरेशन के एमडी को पत्र लिखा है। कलेक्टर का कहना है कि निश्चित रूप से ये एक गंभीर किस्म का अपराध है जो किसानों के नाम पर किया जा रहा था। कलेक्टर के आदेश पर तहसीलदार ने वेयर हाउस को सील कर दिया है। डीएमओ-कंट्रोलर ने किया था विजिट जिस वेयर हाउस पर कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार रविन्द्र पटेल ने छापामार कार्रवाई की है, उसी वेयर हाउस की जांच करने के लिए कुछ दिन पहले जिला मुख्यालय से राघव वेयरहाउस गए और मौके का निरीक्षण करने के बाद उसे क्लीन चिट दे दी। तहसीलदार रवीन्द्र पटेल का कहना था कि निरीक्षण के दौरान पुराना, घुना हुआ और नॉन एफएक्यु गेहूँ स्टैक्स लगाकर भंडारित किया जाना पाया गया। यह गेहूँ सूखा भरतपुर सहकारी समिति द्वारा समर्थन मूल्य पर कथित किसानों से खरीदा गया है। कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम,एसडीएम और ड़ीएससी भी पहुंच गए। दस्तावेजों की जांच में पता चला कि कुल 212 किसानों से 25800 क्विंटल की खरीदी दर्ज की गई, जिसमें से लगभग 20 हजार क्विंटल की स्वीकृति उपार्जन एजेंसी मार्कफेड द्वारा जारी की गई है, इसके आधार पर कुल भुगतान राशि 6 करोड़ 19 लाख में से 4 करोड़ 56 लाख का भुगतान भी हो चुका है। राघव वेयर हाउस का निरीक्षण फूड कंट्रोलर नदीमा शीरी और डीएमओ अर्पित तिवारी के द्वारा कुछ दिन पहले किया जा चुका है। ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि इस फर्जीवाड़े में इन दोनों अधिकारियों की भी मिलीभगत हो सकती है। तीन अधिकारी निलंबित तहसीलदार रवीन्द्र पटेल ने मौके की पूरी स्थिती कलेक्टर दीपक सक्सेना को बताई, लिहाजा मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल ही वेयर हाउस को सील किया गया, साथ ही लापरवाही बरतने के आरोप में 3 अधिकारियों को सस्पेंड करते हुए बाकी को नोटिस जारी किया गया है। कलेक्टर का कहना है कि जांच की जा रही है, पूरी होने तक कई और दोषी अधिकारी-कर्मचारी लाइन में खड़े नज़र आएंगें। प्राथमिक जांच में कुल 13 स्टैक्स में से 2 स्टैक्स में अंदर की लेयर में पुराना, घुना हुआ और नॉन एफएक्यु गेहूं मिला है, अन्य स्टैक्स में भी ख़राब गेहूं भंडारित होने की आशंका है। तहसीलदार ने बताया कि घटिया गेहूं को बहुत नीचे दबाकर रखा गया है, उन्होंने बताया कि जांच के दौरान अभी और हजारों क्विंटल घटिया गेहूं मिलेगा। कई अधिकारियों की है संलिप्तता कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि खरीदी घपले में समिति प्रबंधक राकेश नंदेसरिया, खरीदी केंद्र प्रभारी भूपेंद्र सिंह पटेल, अभिषेक दीक्षित वेयरहाउस संचालक, आपरेटर सृंजल जैन, सर्वेयर प्रवीण रजक और शुभम शर्मा की संलिप्तता प्रथम दृष्ट्या पाई गई है। इनके खिलाफ क्या कार्रवाई होगी वह पूरी जांच के बाद तय होगा। फिलहाल वेयर हाउस को सील कर दिया गया है,बुधवार की सुबह फिर से जांच होगी। गेहूँ खरीदी घपले में कथित संलिप्तता और लापरवाही के लिये नोडल अधिकारी रघुनाथ कुदौलिया सहकारिता निरीक्षक,जेएसओ सुश्री भावना तिवारी एवं कुन्जम सिंह राजपूत को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। शाखा प्रबंधक वेयर हाउसिंग कारपोरेशन प्रियंका पठारिया को निलंबित करने का प्रस्ताव एमडी डब्ल्यूएलसी को प्रेषित किया जा रहा है।
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